Famous Temple in India :- भारत एक ऐसा देश है जो अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत के लिए जाना जाता है। यहां अनगिनत मंदिर हैं, जो न केवल धार्मिक महत्व के हैं, बल्कि स्थापत्य कला के उत्कृष्ट उदाहरण भी हैं। आज हम भारत के कुछ प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बात करेंगे, जो हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।
भारत के प्रमुख मंदिर – Famous Hindu Temples
भारत एक धार्मिक एवं एतेहासिक देश है है अगर आप भारत में प्रमुख मंदिर घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको भारत मेंअधिक घूमने जाने वाले कौन कौन से प्रमुख मंदिर स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप सभी प्रमुख मंदिरों को घूम सके तो चलिए हम जानते हैं भारत के प्रसिद्ध मंदिर स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए:-
Ghumne ki jagah
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, उज्जैन – Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर उज्जैन शहर में क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है। इसकी वास्तुकला अत्यंत प्रभावशाली है और इसमें गुप्तकाल, चालुक्यकाल और मराठाकाल के स्थापत्य शैली के तत्व शामिल हैं। महाकालेश्वर मंदिर में हर साल महाशिवरात्रि के दौरान एक भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
मीनाक्षी मंदिर, मदुरै, तमिलनाडु – Meenakshi Temple
मीनाक्षी मंदिर मदुरै शहर का एक प्रसिद्ध लैंडमार्क है और भगवान शिव और उनकी पत्नी पार्वती को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था और इसमें द्रविड़ वास्तुकला शैली का शानदार प्रदर्शन है। मंदिर में 14 गोपुरम हैं, जो ऊंचे प्रवेश द्वार हैं और जो मंदिर की भव्यता में चार चांद लगाते हैं। मीनाक्षी मंदिर में हर साल एक दस दिवसीय उत्सव मनाया जाता है, जिसे मीनाक्षी तिरुविழह कहते हैं, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
गोल्डन टेंपल, अमृतसर, पंजाब – Golden temple
गोल्डन टेंपल दुनिया का सबसे प्रसिद्ध सिख गुरुद्वारा है और श्री गुरु ग्रंथ साहिब को समर्पित है। यह मंदिर अमृतसर शहर में अमृत सरोवर के बीच में स्थित है और इसकी सुनहरी गुंबद इसे एक लुभावनी दृश्य बनाती है। गोल्डन टेंपल 24 घंटे खुला रहता है और हर साल दुनिया भर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
वायनाडु में श्री रंगनाथस्वामी मंदिर – Sri Ranganathaswamy Temple
श्री रंगनाथस्वामी मंदिर केरल राज्य के वायनाडु जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और 12वीं शताब्दी में चोला राजाओं द्वारा बनवाया गया था। मंदिर की वास्तुकला में द्रविड़ शैली का प्रभाव स्पष्ट है और इसमें एक विशाल गोपुरम है। श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में हर साल एक दस दिवसीय उत्सव मनाया जाता है, जिसे वायनाडु उत्सवम कहते हैं, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
जगन्नाथ मंदिर, पुरी, ओडिशा – Jagannath Temple
जगन्नाथ मंदिर भारत के चार धामों में से एक है और भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर पुरी शहर में स्थित है और 12वीं शताब्दी में बनाया गया था। मंदिर की वास्तुकला में ओडिशा की कलिंग शैली का प्रभाव स्पष्ट है और इसमें एक विशाल गोपुरम है। जगन्नाथ मंदिर में हर साल रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है, जो दुनिया का सबसे बड़ा रथ उत्सव है।
केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड – Kedarnath Temple
हिमालय की गोद में बसा केदारनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर केवल छह महीने के लिए ही दर्शनीय होता है, जो इसकी पवित्रता को और बढ़ा देता है। केदारनाथ मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह मंदिर साल में केवल छह महीने के लिए ही खुलता है, क्योंकि अन्य छह महीने बर्फ से ढका रहता है।
सोमनाथ मंदिर, गुजरात – Somnath Temple
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक, सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। समुद्र तट पर स्थित यह मंदिर प्राचीन इतिहास समेटे हुए है। बार-बार नष्ट होने के बाद पुनर्निर्मित यह मंदिर हिंदू धर्म के पुनरुत्थान का प्रतीक है। सोमनाथ मंदिर की वास्तुकला गुप्त शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर का गर्भगृह एक विशाल शिवलिंग को समर्पित है। गर्भगृह के चारों ओर एक दीवार है, जिस पर कई मूर्तियां और शिल्प हैं। मंदिर का मुख पूर्व की ओर है।
वैष्णो देवी मंदिर, कटरा, जम्मू और कश्मीर – Vaishno Devi Temple
त्रिकुटा पर्वत पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है। कठिन चढ़ाई पार कर दर्शन करने वाला यह मंदिर श्रद्धालुओं की अटूट आस्था का प्रटिक है | वैष्णो देवी मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह मंदिर देवी दुर्गा के दस शक्तिपीठों में से एक है। हिंदू धर्म में शक्तिपीठों को देवी दुर्गा के शरीर के अंगों के अवशेषों का स्थान माना जाता है। वैष्णो देवी मंदिर को “भारत का कैलाश” भी कहा जाता है। यह मंदिर हिंदू धर्म में एक पवित्र स्थान है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी – Kashi Vishwanath Temple
काशी विश्वनाथ मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह भगवान शिव को समर्पित है और भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर गंगा नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है। काशी विश्वनाथ मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हिंदू धर्म में ज्योतिर्लिंगों को भगवान शिव के निवास स्थान माना जाता है।
तिरुपति बालाजी मंदिर, आंध्र प्रदेश – Tirupati Balaji Temple
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के तिरुपति जिले के पहाड़ी शहर तिरुमला में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर विष्णु के एक रूप वेंकटेश्वर को समर्पित है, जिन्हें “कलियुग का प्रत्यक्ष देवता” माना जाता है। मंदिर का निर्माण 9वीं शताब्दी में चोल राजा विजयालय द्वारा किया गया था। मंदिर की वास्तुकला शैली विजयनगर शैली की है। मंदिर का गर्भगृह एक विशाल वेंकटेश्वर की मूर्ति को समर्पित है।
खजुराहो मंदिर, मध्य प्रदेश – Khajuraho Temple
खजुराहो मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित एक हिंदू और जैन मंदिरों का समूह है। यह मंदिर 950 ईस्वी से 1050 ईस्वी के बीच चंदेल वंश के राजाओं द्वारा बनाए गए थे। मंदिरों की संख्या 85 है, जिनमें से 25 आज भी खड़े हैं। मंदिरों की वास्तुकला शैली नगारा वास्तुकला की है। मंदिरों में भगवान शिव, भगवान विष्णु, भगवान सूर्य और जैन धर्म के कई अन्य देवताओं की मूर्तियां हैं। खजुराहो मंदिर अपनी कामुक कला के लिए प्रसिद्ध हैं। मंदिरों की दीवारों और छतों पर कई कामुक मूर्तियां और नक्काशीयां हैं।
साईं बाबा मंदिर, शिरडी, महाराष्ट्र – Sai Baba Temple
साईं बाबा मंदिर भारत के महाराष्ट्र राज्य के अहमदनगर जिले के शिरडी शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर साईं बाबा को समर्पित है, जो एक रहस्यमय संत थे जो 19वीं शताब्दी में शिरडी में रहते थे। मंदिर का निर्माण 1922 में किया गया था। मंदिर की वास्तुकला शैली हिंदू और मुस्लिम वास्तुकला का मिश्रण है। मंदिर का गर्भगृह साईं बाबा की समाधि को समर्पित है। साईं बाबा मंदिर हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
द्वारकाधीश मंदिर, द्वारका, गुजरात – Dwarkadhish Temple
द्वारकाधीश मंदिर भारत के गुजरात राज्य के द्वारका शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है, जिन्हें हिंदू धर्म में भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था। मंदिर की वास्तुकला शैली गुजराती वास्तुकला की है। मंदिर का गर्भगृह एक विशाल कृष्ण की मूर्ति को समर्पित है। द्वारकाधीश मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
लक्ष्मी नारायण मंदिर, दिल्ली – Laxmi Narayan temple
लक्ष्मी नारायण मंदिर भारत के दिल्ली शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित है। मंदिर का निर्माण 1938 में किया गया था। मंदिर की वास्तुकला शैली हिंदू वास्तुकला की है। मंदिर का गर्भगृह भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की भव्य मूर्तियों को समर्पित है। लक्ष्मी नारायण मंदिर दिल्ली के प्रमुख मंदिरों में से एक है। मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी, असम – Kamakhya Temple
कामाख्या मंदिर भारत के असम राज्य के गुवाहाटी शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर देवी कामाख्या को समर्पित है, जो शक्ति की देवी सती का एक रूप हैं। मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी में किया गया था। मंदिर की वास्तुकला शैली हिंदू वास्तुकला की है। मंदिर का गर्भगृह देवी कामाख्या की योनि-कुण्ड को समर्पित है। कामाख्या मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
महाबोधि मंदिर, गया, बिहार – Mahabodhi Temple
महाबोधि मंदिर भारत के बिहार राज्य के गया शहर में स्थित एक बौद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान बुद्ध को समर्पित है। मंदिर का निर्माण 260 ईसा पूर्व में सम्राट अशोक ने करवाया था। मंदिर की वास्तुकला शैली बौद्ध वास्तुकला की है। मंदिर का गर्भगृह भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा को समर्पित है। महाबोधि मंदिर बौद्ध धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली – Akshardham Temple
अक्षरधाम मंदिर भारत के दिल्ली शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान स्वामीनारायण को समर्पित है। मंदिर का निर्माण 2005 में बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्थान (बीएपीएस) द्वारा किया गया था। मंदिर की वास्तुकला शैली हिंदू वास्तुकला की है। मंदिर का गर्भगृह भगवान स्वामीनारायण की एक विशाल सोने की प्रतिमा को समर्पित है। अक्षरधाम मंदिर हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। मंदिर लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
कोणार्क सूर्य मंदिर, ओडिशा – Konark Sun Temple
कोणार्क सूर्य मंदिर भारत के ओडिशा राज्य के पुरी जिले में समुद्र तट पर पुरी शहर से लगभग 35 किलोमीटर उत्तर पूर्व में कोणार्क में एक 13 वीं शताब्दी सीई सूर्य मंदिर है। मंदिर का श्रेय पूर्वी गंगवंश के राजा प्रथम नरसिंह देव को दिया जाता है। सन् १९८४ में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है। कोणार्क सूर्य मंदिर एक रथ के रूप में बनाया गया है। मंदिर का रथ 120 फीट ऊंचा है और इसमें 24 पहिए हैं। मंदिर के गर्भगृह में भगवान सूर्य की एक विशाल प्रतिमा है। मंदिर की बाहरी दीवारों पर कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं। मंदिर के मुख्य द्वार पर एक विशाल घंटी है।
FAQ (भारत के प्रसिद्ध मंदिर के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
भारत में कितने मंदिर हैं?
भारत में मंदिरों की संख्या का कोई सटीक अनुमान नहीं है, लेकिन यह अनुमान लगाया जाता है कि देश में लगभग 2 मिलियन से अधिक मंदिर हैं। ये मंदिर हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख और अन्य धर्मों के हैं।
भारत के मंदिरों का इतिहास क्या है?
भारत में मंदिरों का इतिहास प्राचीन काल में वापस जाता है। सबसे पुराने मंदिरों में से कुछ 3000 साल से भी पुराने हैं। मंदिरों का निर्माण विभिन्न राजवंशों और संस्कृतियों द्वारा किया गया था।
भारत के मंदिरों की वास्तुकला कैसी है?
भारत के मंदिरों की वास्तुकला विविध है। देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित मंदिरों की अपनी अनूठी शैली है। कुछ मंदिरों को हिंदू, बौद्ध या जैन वास्तुकला की शैलियों में बनाया गया है। अन्य मंदिरों को स्थानीय लोक वास्तुकला की शैलियों में बनाया गया है।
भारत के मंदिरों का धार्मिक महत्व क्या है?
भारत के मंदिरों का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए, मंदिर पूजा और आध्यात्मिकता के केंद्र हैं। मंदिरों में भगवान और देवी-देवताओं की मूर्तियों को रखा जाता है और हिंदू धर्म के अनुयायी इन मूर्तियों की पूजा करते हैं।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को भारत के प्रसिद्ध मंदिर (top 10 famous temples in india) (famous temple in south india) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट मंदिरों के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।