Bihar Tourist Places :- बिहार, भारत के उत्तरी-पूर्वी भाग में स्थित एक ऐतिहासिक राज्य है। यह अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राचीन मंदिरों और स्मारकों के लिए जाना जाता है। बिहार में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
बिहार में घूमने लायक जगह – Visit Places in Bihar
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम बिहार में घुमने कि जगह कहाँ कहाँ है के बारे में बताएँगे | बिहार एक खुबसुरत राज्य है जहाँ आपको एतेहासिक, सांस्कृतिक और पहाड़ी इलाको एक खुबसुरत मेल है | तो चलिए बिहार के सैर पर चलते है और निचे दिए गया पर्यटन स्थल के बारे में जानते हैं |
Ghumne ki jagah
बोधगया – Bodhgaya, Bihar
बोधगया, बिहार का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह वही जगह है जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बोधगया में महाबोधि मंदिर, बोधि वृक्ष, बराबर गुफाएं, और कई अन्य ऐतिहासिक स्थल हैं। महाबोधि मंदिर, बोधगया का सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह मंदिर 2500 साल से भी पुराना है। यह मंदिर बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। बोधि वृक्ष, महाबोधि मंदिर के पास स्थित है। यह वही वृक्ष है जिसके नीचे भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था। यह वृक्ष एक पीपल का पेड़ है। बराबर गुफाएं, महाबोधि मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। इन गुफाओं में बौद्ध धर्म से संबंधित कई शिलालेख और मूर्तियां हैं। बोधगया में घूमने के लिए अन्य जगहें:
- अमरावती – एक प्राचीन बौद्ध मंदिर
- मठों का परिसर – कई बौद्ध मठों का एक समूह
- विश्वदीप – एक बौद्ध मंदिर
- महाबोधि सोसाइटी – एक बौद्ध संस्था
बोधगया जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और बारिश नहीं होती है।
नालंदा – Nalanda, Bihar
नालंदा, बिहार का एक ऐतिहासिक शहर है। यह शहर अपने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के लिए प्रसिद्ध है, जो दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक था। नालंदा विश्वविद्यालय 6वीं शताब्दी से 12वीं शताब्दी तक अस्तित्व में था। नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर बिहार के नालंदा जिले में स्थित हैं। इन खंडहरों में कई मंदिर, मठ, और अन्य इमारतें शामिल हैं। नालंदा में घूमने के लिए अन्य जगहें:-
- नालंदा संग्रहालय – नालंदा विश्वविद्यालय से प्राप्त अवशेषों का संग्रह
- ह्वेनसांग मेमोरियल – चीनी यात्री ह्वेनसांग की याद में बनाया गया एक स्मारक
- कुंडलपुर – जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्मस्थान
- सोन भंडार गुफाएं – प्राचीन गुफाएं जो बौद्ध धर्म से संबंधित हैं
नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर बिहार के नालंदा जिले में स्थित हैं। इन खंडहरों में कई मंदिर, मठ, और अन्य इमारतें शामिल हैं। इन खंडहरों को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया है।
राजगीर – Rajgir, Bihar
बिहार का राजगीर शहर, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह शहर पाँच पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जिनमें विपुलगिरि, रत्नागिरि, उदयगिरि, स्वर्णगिरि और वैभारगिरि शामिल हैं। इन पहाड़ियों पर बौद्ध और जैन धर्म से जुड़े कई प्राचीन मंदिर और स्तूप हैं। राजगीर में घूमने के लिए प्रमुख जगहें निम्नलिखित हैं:
- विपुलगिरि – यह पहाड़ी भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि भगवान बुद्ध ने यहाँ अपनी तपस्या की थी।
- रत्नागिरि – यह पहाड़ी भगवान महावीर के जीवन से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि भगवान महावीर ने यहाँ अपनी तपस्या की थी।
- उदयगिरि – यह पहाड़ी भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि भगवान बुद्ध ने यहाँ से अपना पहला उपदेश दिया था।
- स्वर्णगिरि – यह पहाड़ी भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि भगवान बुद्ध ने यहाँ अपनी मृत्यु से पहले अपनी अंतिम उपदेश दिया था।
- वैभारगिरि – यह पहाड़ी भगवान बुद्ध के जीवन से जुड़ी हुई है। कहा जाता है कि भगवान बुद्ध ने यहाँ से अपना अंतिम उपदेश दिया था।
- जापानी स्तूप – यह स्तूप जापान में स्थित बोधि मंदिर के समान है।
- घोड़ा कटोरा झील – यह झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
- सोन भंडार गुफाएं – ये गुफाएं प्राचीन काल में एक खजाने के रूप में उपयोग की जाती थीं।
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वैशाली – Vaishali, Bihar
वैशाली, बिहार का एक ऐतिहासिक शहर है। यह शहर प्राचीन भारत की शक्तिशाली मगध साम्राज्य की राजधानी थी। यह शहर गौतम बुद्ध के जीवन से भी जुड़ा हुआ है। वैशाली में कई प्राचीन मंदिर और स्तूप हैं। वैशाली में घूमने के लिए प्रमुख जगहें:-
- महावीर जन्मस्थली – भगवान महावीर का जन्मस्थान
- बुद्ध स्तूप – भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेषों को रखने वाला एक स्तूप
- अशोक स्तंभ – अशोक महान द्वारा बनाया गया एक स्तंभ
- वैशाली संग्रहालय – वैशाली से प्राप्त पुरातात्विक वस्तुओं का संग्रह
- गणेश स्तूप – भगवान गणेश को समर्पित एक स्तूप
पावापुरी – Pawapuri, Bihar
बिहार के नालंदा जिले में स्थित पावापुरी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के लिए एक पवित्र स्थान है। ऐसा माना जाता है कि भगवान महावीर को यहीं मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। पावापुरी में कई प्राचीन मंदिर और स्तूप हैं जो भगवान महावीर से जुड़े हुए हैं। पावापुरी में घूमने के लिए प्रमुख जगहें निम्नलिखित हैं:-
- जल मंदिर – यह मंदिर भगवान महावीर के मोक्ष की प्राप्ति के स्थान पर स्थित है। यह मंदिर जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
- महावीर मंदिर – यह मंदिर भगवान महावीर को समर्पित है। यह मंदिर पावापुरी का सबसे बड़ा मंदिर है।
- गोमती मंदिर – यह मंदिर भगवान महावीर की पत्नी यशोधरा को समर्पित है। यह मंदिर पावापुरी का एक महत्वपूर्ण मंदिर है।
- पावापुरी संग्रहालय – इस संग्रहालय में पावापुरी से प्राप्त पुरातात्विक वस्तुओं का संग्रह है। इन वस्तुओं में प्राचीन मूर्तियां, शिलालेख, और अन्य वस्तुएं शामिल हैं।
- पावापुरी स्तूप – यह स्तूप भगवान महावीर के अस्थि अवशेषों को रखने वाला है। यह स्तूप पावापुरी का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
गया – Gaya, Bihar
गया, बिहार का एक ऐतिहासिक और धार्मिक शहर है। यह शहर अपने महाबोधि मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जो बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। माना जाता है कि भगवान बुद्ध को इसी स्थान पर ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। गया में घूमने के लिए प्रमुख जगहें निम्नलिखित हैं:-
- महाबोधि मंदिर – यह मंदिर बोधगया का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह मंदिर बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
- बोधि वृक्ष – यह वृक्ष भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति के स्थान पर स्थित है। यह वृक्ष बोधगया का सबसे प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है।
- महान बुद्ध प्रतिमा – यह प्रतिमा बोधगया का दूसरा सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह प्रतिमा महात्मा बुद्ध को ध्यान मुद्रा में दर्शाती है।
- विष्णुपद मंदिर – यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर गया का एक महत्वपूर्ण मंदिर है।
- मंगला गौरी मंदिर – यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है। यह मंदिर गया का एक महत्वपूर्ण मंदिर है।
वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान – Valmiki National Park, Bihar
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान, बिहार का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है। यह उद्यान 898.4 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और गंडक नदी के किनारे स्थित है। वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों के लिए जाना जाता है। इस उद्यान में बाघ, तेंदुआ, हाथी, भालू, जंगली कुत्ता, जंगली सूअर, और अन्य कई तरह के वन्यजीव पाए जाते हैं। वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए प्रमुख जगहें निम्नलिखित हैं:-
- मां सीता कुंड – यह कुंड पौराणिक कथाओं के अनुसार माता सीता ने स्नान किया था। यह कुंड उद्यान का सबसे प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल है।
- भैंसालोटन – यह क्षेत्र बाघों के लिए एक प्रसिद्ध क्षेत्र है। यहां बाघों को अक्सर देखने को मिल जाता है।
- गंडक नदी – यह नदी उद्यान की सीमा बनाती है। यह नदी के किनारे घूमना एक सुखद अनुभव होता है।
- सोनभद्र वन्यजीव अभयारण्य – यह अभयारण्य उद्यान के उत्तर में स्थित है। यह अभयारण्य भी वन्यजीवों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है।
शेर शाह सूरी का मकबरा – Tomb of Sher Shah Suri, Bihar
बिहार के रोहतास जिले के सासाराम शहर में स्थित शेर शाह सूरी का मकबरा, एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक और वास्तुशिल्प स्थल है। यह मकबरा शेर शाह सूरी, जो एक पठान शासक थे और जिन्होंने मुगल साम्राज्य को पराजित कर उत्तरी भारत में सूरी साम्राज्य की स्थापना की थी, की याद में बनाया गया था। शेर शाह सूरी का मकबरा लाल बलुआ पत्थर से बना है और यह एक वर्गाकार योजना पर आधारित है। मकबरे के चारों ओर एक कृत्रिम झील है और यह एक ऊंचे चबूतरे पर स्थित है। मकबरे का मुख्य दरवाजा पश्चिम की ओर है और यह बहुत ही सुंदर और आकर्षक है। मकबरे के अंदर एक विशाल कक्ष है, जिसमें शेर शाह सूरी की कब्र है। कब्र को एक संगमरमर की पट्टी से ढका गया है और उस पर शेर शाह सूरी की एक मूर्ति है। शेर शाह सूरी का मकबरा, बिहार के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मकबरा भारत-इस्लामी वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और यह शेर शाह सूरी के जीवन और उपलब्धियों की याद दिलाता है।
केसरिया स्तूप – Kesariya Stupa, Bihar
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया में स्थित केसरिया स्तूप, एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। यह स्तूप सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया था और यह दुनिया का सबसे ऊंचा बौद्ध स्तूप है। केसरिया स्तूप, लाल बलुआ पत्थर से बना है और यह लगभग 104 फीट ऊंचा है। स्तूप के ऊपर एक विशाल स्तूप शिखर है, जो सोने से ढका हुआ है। स्तूप के चारों ओर एक दीवार है, जिसमें कई छोटे स्तूप हैं। केसरिया स्तूप, भगवान बुद्ध के जीवन और दर्शन से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि भगवान बुद्ध ने अपने जीवन के अंतिम दिनों में केसरिया में कुछ समय बिताया था। केसरिया स्तूप, बिहार के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह स्तूप बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
पटना – Patna, Bihar
बिहार की राजधानी पटना, एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है। यह शहर अपने प्राचीन मंदिरों, स्तूपों, और अन्य ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है। पटना में घूमने के लिए कई जगहें हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:-
- गोलघर: पटना का सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल, गोलघर एक गोलाकार इमारत है जो 1786 में ब्रिटिश शासन के दौरान अनाज के भंडारण के लिए बनाई गई थी।
- पटना संग्रहालय: बिहार का सबसे पुराना संग्रहालय, पटना संग्रहालय में प्राचीन भारतीय कला और संस्कृति के कई दुर्लभ और मूल्यवान कलाकृतियां हैं।
- अगमकुआं: एक प्राचीन कुआं, अगमकुआं का पानी कभी भी नहीं सूखता है।
- संजय गांधी जैविक उद्यान: पटना का सबसे बड़ा चिड़ियाघर, संजय गांधी जैविक उद्यान में विभिन्न प्रकार के जानवर और पक्षी हैं।
- तख़्त हरमंदिर साहिब: सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी का जन्मस्थान, तख़्त हरमंदिर साहिब एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
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भागलपुर – Bhagalpur, Bihar
भागलपुर, बिहार का एक प्रमुख शहर है। यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। भागलपुर, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। भागलपुर में घूमने के लिए प्रमुख जगहें निम्नलिखित हैं:
- मंदर पर्वत – यह पहाड़ भागलपुर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। इस पहाड़ पर कई प्राचीन मंदिर और गुफाएं हैं।
- अक्षयवट – यह पेड़ भागलपुर के सबसे प्रसिद्ध आकर्षणों में से एक है। यह पेड़ कई शताब्दियों पुराना है।
- हुसैनी बाग – यह बाग भागलपुर के सबसे खूबसूरत बागों में से एक है। इस बाग में कई तरह के फूल और पेड़ हैं।
- भागलपुरी सिल्क – भागलपुर अपने सिल्क के लिए प्रसिद्ध है। भागलपुरी सिल्क की साड़ी, दुपट्टा, और अन्य वस्तुएं पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं।
- भागलपुरी मिठाई – भागलपुर अपनी मिठाइयों के लिए भी प्रसिद्ध है। भागलपुरी लड्डू, मालपुआ, और अन्य मिठाइयां बहुत लोकप्रिय हैं।
सीतामढ़ी – Sitamarhi, Bihar
सीतामढ़ी, बिहार के तिरहुत प्रमंडल का एक जिला है। यह शहर अपने ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह शहर रामायण से जुड़ा हुआ है, और माना जाता है कि यहाँ भगवान राम और सीता की शादी हुई थी। सीतामढ़ी में घूमने के लिए प्रमुख जगहें निम्नलिखित हैं:-
- जानकी मंदिर – यह मंदिर सीतामढ़ी का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह मंदिर देवी सीता को समर्पित है।
- हनुमानगढ़ी – यह एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान हनुमान को समर्पित है। यह मंदिर सीतामढ़ी के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है।
- बाबा नागेश्वर नाथ मंदिर – यह एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर सीतामढ़ी के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है।
- राम तालाब – यह एक प्राचीन तालाब है जो सीतामढ़ी के सबसे प्रसिद्ध तालाबों में से एक है।
- सीता कुंड – यह एक प्राचीन कुंड है जो सीतामढ़ी के सबसे प्रसिद्ध कुंडों में से एक है।
हाजीपुर – Hajipur, Bihar
बिहार के वैशाली जिले में स्थित हाजीपुर, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह शहर गंगा और गंडक नदियों के संगम पर स्थित है। हाजीपुर में घूमने के लिए प्रमुख जगहें निम्नलिखित हैं:-
- महात्मागाँधी सेतु – यह पुल हाजीपुर और पटना को जोड़ता है। यह भारत के सबसे लंबे पुलों में से एक है।
- रामचौरा मंदिर – यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है। यह मंदिर हाजीपुर का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
- कौनहारा घाट – यह घाट गंगा और गंडक नदियों के संगम पर स्थित है। यह घाट एक पवित्र स्थल है।
- नेपाली मंदिर – यह मंदिर नेपाली समुदाय द्वारा बनाया गया था। यह मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।
- पातालेश्वर मंदिर – यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर हाजीपुर का एक महत्वपूर्ण मंदिर है।
FAQ (बिहार घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
बिहार की राजधानी क्या है?
बिहार की राजधानी पटना है। पटना एक ऐतिहासिक शहर है, जो कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों का घर है। पटना में घूमने के लिए कुछ लोकप्रिय जगहों में गांधी मैदान, अशोक राजकीय संग्रहालय, और बिहार संग्रहालय शामिल हैं।
बिहार घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
बिहार घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है। इस समय मौसम ठंडा और सुहावना होता है। गर्मियों में बिहार में मौसम बहुत गर्म और आर्द्र हो सकता है।
बिहार घूमने के लिए कितना समय चाहिए?
बिहार घूमने के लिए आवश्यक समय आपके रुचि के स्थानों पर निर्भर करता है। यदि आप बिहार के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों को देखना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 10 दिनों की आवश्यकता होगी। यदि आप बिहार के प्राकृतिक सौंदर्य का भी आनंद लेना चाहते हैं, तो आपको 15 दिनों से अधिक की आवश्यकता होगी।
बिहार घूमने के लिए सबसे अच्छा तरीका क्या है?
बिहार घूमने के लिए सबसे अच्छा तरीका हवाई जहाज, ट्रेन, या बस द्वारा है। पटना में दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं, और कई अन्य शहरों में भी हवाई अड्डे हैं। बिहार में कई रेलवे स्टेशन भी हैं, और बस सेवाएं अच्छी तरह से विकसित हैं।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को बिहार में घूमने की जगह (Bihar Me Ghumne ki Jagah) (tourist places in bihar) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख के सम्बन्ध में कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आपके द्वारा दिए गए comment का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट बिहार के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।