khajuraho Temple :- खजुराहो मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू और जैन मंदिर परिसर है. यह मंदिरों का समूह 10वीं और 11वीं शताब्दी के चंदेल वंश द्वारा निर्मित किया गया था. खजुराहो मंदिर अपने अत्यंत सुंदर और कलात्मक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है, जो कामुकता और वासना का प्रतीक हैं. खजुराहो मंदिर (khajuraho Temple) को 1986 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया था. यह मंदिर परिसर हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है | तो आपको खजुराहो मंदिर घुमने के लिए आवश्य जाना चाहिए यह हमारे देश का एक विश्व धरोहर है |
Ghumne ki jagah
खजुराहो मंदिर का इतिहास – History of Khajuraho Temple
खजुराहो मंदिर चंदेल वंश द्वारा निर्मित किए गए थे. चंदेल वंश एक शक्तिशाली राजवंश था, जिसने 10वीं से 13वीं शताब्दी तक मध्य भारत पर शासन किया था. चंदेल राजाओं ने हिंदू और जैन धर्म को संरक्षण दिया और कई मंदिरों का निर्माण करवाया. खजुराहो मंदिर चंदेल राजाओं के धार्मिक समर्पण और कला के प्रति प्रेम का एक उत्कृष्ट उदाहरण है |
खजुराहो मंदिरों की वास्तुकला – Khajuraho Temples Architecture
खजुराहो मंदिरों की वास्तुकला अत्यंत समृद्ध और विविध है. मंदिरों को लाल बलुआ पत्थर से बनाया गया है और वे अत्यंत सुंदर और कलात्मक मूर्तियों से सजे हुए हैं. मंदिरों की वास्तुकला में हिंदू और जैन दोनों धर्मों के तत्वों का समावेश है |
खजुराहो मंदिरों का भ्रमण एवं रोचक तथ्य – Visit and interesting facts of Khajuraho temples
- खजुराहो मंदिरों का भ्रमण करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है. इस समय मौसम सुखद होता है और धूप कम होती है. खजुराहो मंदिरों का भ्रमण करने के लिए आप किसी भी समय जा सकते हैं, लेकिन सुबह और शाम का समय मंदिरों को देखने के लिए सबसे अच्छा होता है |
- खजुराहो मंदिरों का भ्रमण करने के लिए आपको खजुराहो शहर जाना होगा |
- खजुराहो शहर छतरपुर जिले में स्थित है |
- खजुराहो शहर से मंदिरों तक जाने के लिए आप बस, टैक्सी या कार ले सकते हैं |
- खजुराहो मंदिरों काभ्रमण करने के लिए आपको एक दिन का समय चाहिए |
- आप मंदिरों को अपनी गति से देख सकते हैं |
- मंदिरों में प्रवेश शुल्क 25 रुपये प्रति व्यक्ति है.
- खजुराहो मंदिरों का भ्रमण एक अविस्मरणीय अनुभव है. आप इन मंदिरों में हिंदू और जैन धर्म के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को देख सकते हैं. आप इन मंदिरों की अत्यंत सुंदर और कलात्मक मूर्तियों को भी देख सकते हैं.
खजुराहो मंदिरों में सबसे प्रसिद्ध मंदिर – Most famous temple in Khajuraho temples
हैलो दोस्तों अगर आप खजुराहो मंदिर घुमने जा रहे है तो यह आर्टिकल आपकी सहायता करेगा | आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम खजुराहो मंदिर के बारे में जानेंगे, खजुराहो में घुमने कि जगह कौन कौन है और इन मंदिरों में से कुछ प्रमुख मंदिर जो खजुराहो में स्थित है के बारे में निचे विस्तार से बताया गया है |
चौसथ योगिनी मंदिर – Chausath Jogini Temple in Khajuraho
चौसथ योगिनी मंदिर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित एक हिंदू मंदिर है. यह मंदिर 9वीं शताब्दी में चंदेल राजवंश द्वारा निर्मित किया गया था.
इस मंदिर को अपनी अनूठी वास्तुकला और कलाकृतियों के लिए जाना जाता है. मंदिर के चारों ओर 64 छोटे मंदिर हैं, जो सभी योगिनियों को समर्पित हैं. इन मंदिरों को योगिनी मंदिर कहा जाता है. चौसथ योगिनी मंदिर एक अत्यंत महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है. यह मंदिर भारत की समृद्ध संस्कृति और कला का प्रतीक है. मंदिर हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है |
विष्णु मंदिर (चतुर्भुज मंदिर) – Vishnu Temple (Chaturbhuj Temple)
चतुर्भुज मंदिर की वास्तुकला बहुत ही सुंदर और आकर्षक है. मंदिर की दीवारों पर उत्कृष्ट नक्काशी की गई है, जो विभिन्न देवताओं और देवी-देवताओं को चित्रित करती है.
मंदिर की दीवारों पर नक्काशी इतनी बारीक और सूक्ष्म है कि यह एक कला का अद्भुत नमूना है | चतुर्भुज मंदिर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है. यह मंदिर भारत की समृद्ध संस्कृति और कला का प्रतीक है. चतुर्भुज मंदिर हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है | अगर आप खजुराहो घुमने जा रहे हैं तो इस मंदिर को आवश्य घूमिये |
खजुराहो के कानडारिया महादेव मंदिर – Kandariya Mahadeva Temple in Khajuraho
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. कानडारिया महादेव मंदिर खजुराहो मंदिरों में सबसे बड़ा और सबसे प्रसिद्ध मंदिर है. यह मंदिर अपनी सुंदरता और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है.
इस मंदिर की दीवारों पर उत्कृष्ट नक्काशी की गई है, जो विभिन्न देवताओं, देवी- देवताओं और दृश्यों का चित्रण करती है. कानडारिया महादेव मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. हर साल लाखों लोग इस मंदिर को देखने आते हैं. मंदिर का मुख्य गर्भगृह एक विशाल लिंगम को समर्पित है. गर्भगृह के चारों ओर एक दीवार है, जिस पर विभिन्न देवताओं और देवी- देवताओं की मूर्तियां हैं
देवी जगदम्बा मंदिर – Devi Jagdamba Temple the temple of khajuraho
देवी जगदम्बा मंदिर खजुराहो का एक प्रसिद्ध मंदिर है. यह मंदिर 10वीं शताब्दी में चंदेल राजवंश द्वारा बनाया गया था. यह मंदिर देवी पार्वती को समर्पित है.
देवी जगदम्बा मंदिर खजुराहो के पश्चिमी मंदिर समूह में स्थित है. यह मंदिर खजुराहो के अन्य मंदिरों की तरह ही सुंदर और आकर्षक है. इस मंदिर की दीवारों पर उत्कृष्ट नक्काशी की गई है, जो विभिन्न देवताओं, देवी- देवताओं और दृश्यों का चित्रण करती है. देवी जगदम्बा मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. हर साल लाखों लोग इस मंदिर को देखने आते हैं | अगर आप खजुराहो घुमने जा रहे हैं तो इस मंदिर को आवश्य घूमिये |
लक्ष्मण मंदिर – Laxmana Temple, temple of khajuraho
यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है. लक्ष्मण मंदिर खजुराहो मंदिरों में सबसे पुराना और सबसे बड़ा मंदिर है. यह मंदिर अपनी सुंदरता और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है.
इस मंदिर की दीवारों पर उत्कृष्ट नक्काशी की गई है, जो विभिन्न देवताओं, देवी- देवताओं और दृश्यों का चित्रण करती है. लक्ष्मण मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है. हर साल लाखों लोग इस मंदिर को देखने आते हैं| अगर आप खजुराहो घुमने जा रहे हैं तो इस मंदिर को आवश्य घूमिये |
खजुराहो मंदिरों की मूर्तियां – Khajuraho Temple Sculptures
खजुराहो मंदिरों की मूर्तियां अत्यंत सुंदर और कलात्मक हैं. मंदिरों की मूर्तियों में हिंदू और जैन दोनों धर्मों के देवी- देवताओं के चित्र हैं. मंदिरों की मूर्तियों में कामुकता और वासना का भी चित्रण किया गया है, जो खजुराहो मंदिरों को दुनिया भर में प्रसिद्ध बनाते हैं | अगर आप खजुराहो घुमने जा रहे हैं तो इस मंदिर को आवश्य घूमिये |
खजुराहो मंदिरों का महत्व – Importance of Khajuraho Temple
खजुराहो मंदिर (mandir khajuraho) भारत के सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थलों में से एक हैं. ये मंदिर हिंदू और जैन धर्म के समृद्ध इतिहास और संस्कृति का प्रतीक हैं. खजुराहो मंदिरों की मूर्तियां अत्यंत सुंदर और कलात्मक हैं और वे दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं | अगर आप खजुराहो घुमने जा रहे हैं तो इस मंदिर को आवश्य घूमिये |
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
खजुराहो में क्या प्रसिद्ध है?
खजुराहो भारत के मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। यह अपने कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है, जो 10वीं से 12वीं शताब्दी के चंदेल वंश के मंदिरों में पाए जाते हैं। खजुराहो को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। खजुराहो में कुछ प्रसिद्ध चीजें हैं – मंदिर, कामुक मूर्तियां, खजुराहो संग्रहालय, खजुराहो नृत्य महोत्सव इत्यादि |
खजुराहो में देखने लायक क्या क्या है?
खजुराहो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यहां हर साल लाखों लोग घूमने आते हैं। अगर आप एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल की तलाश में हैं, तो खजुराहो एक अच्छा विकल्प है। खजुराहो के मंदिरों की मूर्तियों को कामुक होने के कारण कुछ लोगों द्वारा आपत्तिजनक माना जाता है। हालाँकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये मूर्तियाँ हिंदू धर्म के कामुकता के बारे में दृष्टिकोण को दर्शाती हैं। हिंदू धर्म में, कामुकता को एक प्राकृतिक और स्वस्थ चीज के रूप में देखा जाता है।
खजुराहो जाने के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं?
खजुराहो जाने के लिए पर्याप्त दिन आपके रुचि और बजट पर निर्भर करते हैं। यदि आप केवल खजुराहो के मुख्य पर्यटन स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको 2-3 दिन पर्याप्त हो सकते हैं। यदि आप खजुराहो के मंदिरों को अच्छी तरह से देखना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 3-4 दिन की आवश्यकता होगी।
खजुराहो कब जाना चाहिए?
खजुराहो जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और आप मंदिरों का आनंद ले सकते हैं।
खजुराहो में कहाँ ठहरे – hotel in khajuraho
खजुराहो में कई होटल (Khajuraho Hotel) हैं, जो विभिन्न बजट और सुविधाओं के स्तर पर हैं | कुछ सबसे लोकप्रिय होटलों में शामिल हैं जैसे –
- खजुराहो पैलेस एक 5-सितारा होटल (5 Star Hotel khajuraho) है, जो खजुराहो मंदिरों से कुछ ही मिनटों की दूरी पर स्थित है | होटल में एक स्विमिंग पूल, एक जिम, और एक रेस्तरां है भी है |
- खजुराहो होटल एक 4-सितारा होटल (4 Star Hotel khajuraho) है, जो खजुराहो मंदिरों से कुछ ही मिनटों की दूरी पर स्थित है. होटल में एक स्विमिंग पूल, एक जिम, और एक रेस्तरां भी है |
- खजुराहो होटल एक 3-सितारा होटल (3 Star Hotel khajuraho) है, जो खजुराहो मंदिरों से कुछ ही मिनटों की दूरी पर स्थित है. होटल में एक स्विमिंग पूल, एक जिम, और एक रेस्तरां भी है |
यदि आप एक बजट वाले होटल की तलाश में हैं, तो आप खजुराहो में कई गेस्ट हाउस और होटल भी ले सकते हैं. ये होटल आमतौर पर कमरे और सुविधाओं की संख्या में कम हैं, लेकिन वे खजुराहो मंदिरों के पास स्थित होते हैं और वे एक सस्ती कीमत पर एक आरामदायक निवास प्रदान करते हैं |
खजुराहो में होटल बुक करने के लिए, आप ऑनलाइन या होटल के रिसेप्शन पर जा सकते हैं. आप खजुराहो पर्यटन विकास परिषद की वेबसाइट पर भी होटलों की सूची देख सकते हैं |खजुराहो में होटल बुक करते समय, आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- होटल का स्थान: आप किस क्षेत्र में रहना चाहते हैं?
- क्या आप खजुराहो मंदिरों के पास रहना चाहते हैं, या आप शहर के केंद्र में रहना चाहते हैं?
- होटल की सुविधाएं: क्या आपके लिए स्विमिंग पूल, जिम, या रेस्तरां महत्वपूर्ण है?
- होटल की कीमत: आप कितना खर्च करना चाहते हैं?
- खजुराहो में होटल बुक करते समय, आपको अपनी आवश्यकताओं और बजट के अनुसार होटल का चयन करना चाहिए.
खजुराहो की मूर्तियां क्यों बनाई गई थी?
खजुराहो की मूर्तियों को बनाने के पीछे कई कारण बताए जाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
- तांत्रिक कला का प्रचार: खजुराहो के मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के राजाओं ने किया था। इस वंश के राजाओं के शासनकाल में खजुराहो में तांत्रिक कला का अत्यधिक बोलबाला हुआ करता था। तांत्रिक कला में योग और भोग दोनों को ही मोक्ष का साधन माना जाता है। खजुराहो के मंदिरों में बनीं कामुक मूर्तियां तांत्रिक कला का ही एक उदाहरण हैं।
- जीवन के सुखों की प्रशंसा: खजुराहो की मूर्तियां जीवन के सुखों की प्रशंसा करती हैं। इन मूर्तियों में प्रेम, सौंदर्य और कामुकता का चित्रण किया गया है। यह माना जाता है कि इन मूर्तियों का निर्माण करके चंदेल राजाओं ने जीवन के सुखों को स्वीकार करने और उनका आनंद लेने का संदेश दिया था।
- धर्म के प्रचार: कुछ विद्वानों का मानना है कि खजुराहो की मूर्तियों का निर्माण धर्म के प्रचार के लिए किया गया था। इन मूर्तियों में हिंदू देवी-देवताओं और जैन तीर्थंकरों को भी दर्शाया गया है। यह माना जाता है कि इन मूर्तियों को देखकर लोग धर्म के प्रति आकर्षित होंगे।
खजुराहो मंदिर के पीछे क्या कहानी है?
खजुराहो मंदिरों के पीछे कई कहानियां हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कहानियां इस प्रकार हैं:
- एक लोकप्रिय कहानी के अनुसार, चंदेल वंश के राजा चंद्रवर्मन को माता हेमवती ने स्वप्न में दर्शन दिए थे। माता ने उन्हें खजुराहो में मंदिरों के निर्माण का आदेश दिया था। राजा चंद्रवर्मन ने माता के आदेश का पालन किया और खजुराहो में 85 मंदिरों का निर्माण करवाया।
- एक अन्य कहानी के अनुसार, चंदेल राजाओं ने खजुराहो में मंदिरों का निर्माण अपनी शक्ति और धन का प्रदर्शन करने के लिए किया था। वे चाहते थे कि दुनिया भर के लोग उनकी भव्यता और समृद्धि को देख सकें।
- एक तीसरी कहानी के अनुसार, खजुराहो मंदिरों का निर्माण तांत्रिक कला का प्रचार करने के लिए किया गया था। तांत्रिक कला में योग और भोग दोनों को ही मोक्ष का साधन माना जाता है। खजुराहो के मंदिरों में बनीं कामुक मूर्तियां तांत्रिक कला का ही एक उदाहरण हैं।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को खजुराहो मंदिर में घूमने की जगह (Khajuraho Me Ghumne ki Jagah) (tourist places in Khajuraho) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद|
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख के सम्बन्ध में कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आपके द्वारा दिए गए comment का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद |
इसे भी पढ़े :- हरिद्वार के प्रमुख पर्यटन स्थल कि पुरी जानकारी
इसे भी पढ़े :- अजमेर एक खुबसुरत शहर जहाँ आपको जरुर जाना चाहिए
इसे भी पढ़े :- द्वारका एक धार्मिक एवं लोकप्रिय पर्यटन स्थल
इसे भी पढ़े :- श्री खाटू श्याम मंदिर के दर्शन व यात्रा
इसे भी पढ़े :- ऋषिकेश में प्रमुख पर्यटन स्थल