Kanyakumari Tourist Places :-कन्याकुमारी भारत के तमिलनाडु राज्य के दक्षिणी सिरे पर स्थित एक शहर है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक स्थलों के लिए जाना जाता है। कन्याकुमारी में घूमने के लिए कई जगहें हैं |
कन्याकुमारी में घूमने की जगह – Places to visit in Kanyakumari
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको कन्याकुमारी के प्रमुख पर्यटन स्थल के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे | कन्याकुमारी में कौन से लोकप्रिय पर्यटन स्थल है क्या खास है वहाँ के बारे में ये सब हम आगे जानेंगे तो चलिए जानते हैं कन्याकुमारी में प्रमुख पर्यटन स्थल कौन कौन है :-
Ghumne ki jagah
विवेकानंद रॉक मेमोरियल – Vivekananda Rock Memorial Kanyakumari

विवेकानंद रॉक मेमोरियल भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में एक स्मारक है। यह स्मारक स्वामी विवेकानंद को समर्पित है, जो एक महान भारतीय दार्शनिक, धर्मगुरु और समाज सुधारक थे। स्मारक एक विशाल चट्टान पर स्थित है, जो तीन महासागरों – बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम पर स्थित है।
स्मारक का निर्माण 1963 में शुरू हुआ और 1970 में पूरा हुआ। स्मारक में एक ध्यान हॉल, एक सभागार और एक संग्रहालय शामिल है। ध्यान हॉल में स्वामी विवेकानंद की एक बड़ी मूर्ति है, जो 133 फीट ऊंची है। सभागार में स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं पर व्याख्यान और प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं। संग्रहालय में स्वामी विवेकानंद के जीवन और कार्यों से संबंधित कई वस्तुएं और दस्तावेज हैं।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल कन्याकुमारी का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। स्मारक से तीन महासागरों का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। स्मारक भारत के राष्ट्रीय महत्व का एक स्मारक है।
तिरुवल्लुवर की मूर्ति – Kanyakumari Thiruvalluvar Statue

तिरुवल्लुवर की मूर्ति भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित एक विशाल मूर्ति है। यह मूर्ति तिरुवल्लुवर को समर्पित है, जो एक प्रसिद्ध तमिल दार्शनिक और कवि थे, जिन्होंने “कुरल” नामक एक प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की थी।
मूर्ति की ऊंचाई 133 फीट है और यह एक विशाल चट्टान पर स्थित है, जो तीन महासागरों – बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम पर स्थित है। मूर्ति का निर्माण 1990 में शुरू हुआ और 1999 में पूरा हुआ।
मूर्ति में तिरुवल्लुवर को एक ध्यान की मुद्रा में दिखाया गया है। उनके हाथ में एक पुस्तक है, जो “कुरल” का प्रतीक है। मूर्ति को सफेद संगमरमर से बनाया गया है और यह एक प्रतिष्ठित पर्यटन स्थल है।
कन्याकुमारी मंदिर – Kanyakumari Temple

कन्याकुमारी मंदिर भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है। मंदिर तीन महासागरों – बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम पर स्थित है।
मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी में किया गया था और इसे कई बार पुनर्निर्मित किया गया है। मंदिर में एक मुख्य मंदिर है, जिसमें भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्तियाँ हैं। मंदिर परिसर में कई अन्य मंदिर और मूर्तियाँ भी हैं।
मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यह हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है। मंदिर को भारत के सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक माना जाता है।
पद्मनाभपुरम पैलेस – Padmanabhapuram Palace

पद्मनाभपुरम पैलेस भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी जिले के पद्मनाभपुरम में स्थित एक ऐतिहासिक महल है। यह महल 16वीं शताब्दी में बनाया गया था और यह त्रावणकोर के राजाओं का पूर्ववर्ती निवास स्थान था।
महल का निर्माण लकड़ी और पत्थर से किया गया है और यह अपनी सुंदर वास्तुकला और भित्तिचित्रों के लिए प्रसिद्ध है। महल परिसर में कई अन्य इमारतें भी हैं, जिनमें एक संग्रहालय, एक मंदिर और एक पुस्तकालय शामिल हैं। पद्मनाभपुरम पैलेस एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यह भारत के सबसे खूबसूरत महलों में से एक माना जाता है।
सनराइज पॉइंट – Kanyakumari Sunrise Point

कन्याकुमारी सनराइज पॉइंट भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह बिंदु तीन महासागरों – बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम पर स्थित है। सूर्योदय बिंदु से, आप सूर्य को तीन महासागरों के बीच उगते हुए देख सकते हैं। यह एक अद्भुत दृश्य है जो निश्चित रूप से आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
सनराइज पॉइंट तक पहुंचने के लिए, आप कन्याकुमारी बस स्टैंड से एक टैक्सी या ऑटो-रिक्शा ले सकते हैं। यह बिंदु बस स्टैंड से लगभग 1 किलोमीटर दूर स्थित है।
कन्याकुमारी बीच – Kanyakumari beach

कन्याकुमारी बीच भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित एक खूबसूरत समुद्र तट है। यह समुद्र तट तीन महासागरों – बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के संगम पर स्थित है। कन्याकुमारी बीच एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यह सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध है। समुद्र तट पर कई मंदिर, चर्च और अन्य दर्शनीय स्थल भी हैं।
वट्टाकोताई किला – Vattakottai Fort Kanyakumari

वट्टाकोताई किला भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी जिले के वट्टाकोताई में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह किला 18वीं शताब्दी में त्रावणकोर राजाओं द्वारा बनाया गया था। किला एक आयताकार आकार का है और यह 25-26 फीट ऊंचे खंभों से घिरा हुआ है। किले के सामने की दीवारों की मोटाई लगभग 29 फीट है, जबकि किनारों की मोटाई लगभग 18 फीट और पीछे की ओर 6 फीट है। किले में एक मुख्य प्रवेश द्वार है, जो दक्षिण की ओर स्थित है। प्रवेश द्वार के दोनों ओर दो छोटे प्रवेश द्वार हैं। किले के अंदर कई इमारतें और वास्तुकला हैं, जिनमें एक मंदिर, एक कुएं और एक जलाशय शामिल हैं। वट्टाकोताई किला एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यह तमिलनाडु के ऐतिहासिक स्थलों में से एक है।
थानुमलाइयन मंदिर – thanumalayan Temple

थानुमलाइयन मंदिर भारत के तमिलनाडु राज्य के कन्याकुमारी में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर तीन महासागरों के संगम पर स्थित है। मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में किया गया था और इसे कई बार पुनर्निर्मित किया गया है। मंदिर में एक मुख्य मंदिर है, जिसमें भगवान शिव की मूर्ति है। मंदिर परिसर में कई अन्य मंदिर और मूर्तियाँ भी हैं। थानुमलाइयन मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यह हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल है। मंदिर को भारत के सबसे प्रतिष्ठित और महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक माना जाता है।
त्रिवेणी संगम, कन्याकुमारी – Triveni Sangam kanyakumari

त्रिवेणी संगम, कन्याकुमारी भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित एक पवित्र स्थान है। यहाँ बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का संगम होता है। त्रिवेणी संगम हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है, जो मानते हैं कि यहाँ स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
त्रिवेणी संगम कन्याकुमारी शहर के पास स्थित है। यहाँ बंगाल की खाड़ी उत्तर से बहती हुई आती है, अरब सागर पश्चिम से बहती हुई आती है, और हिंद महासागर एक भूमिगत नदी है जो कहा जाता है कि संगम में मिलती है।
त्रिवेणी संगम एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है। यहाँ कई मंदिर, घाट और अन्य दर्शनीय स्थल हैं। संगम के पास एक बड़ा घाट है, जहाँ से तीर्थयात्री समुद्र में स्नान कर सकते हैं। घाट पर कई मंदिर भी हैं, जिनमें भगवान शिव के मंदिर, देवी के मंदिर और अन्य मंदिर शामिल हैं।
लेडी ऑफ रेनसम चर्च – Our Lady of Ransom Church Kanyakumari

कन्याकुमारी, तमिलनाडु, भारत में स्थित हमारे लेडी ऑफ रेनसम चर्च एक सुंदर गॉथिक पुनर्जागरण चर्च है। यह वर्जिन मैरी को समर्पित है। चर्च 1900 में बनाया गया था और इसकी सफेद बाहरी दीवारों और तीन ऊंची मीनारें के लिए जाना जाता है।
चर्च बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के दृश्यों के साथ एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह इसे एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाता है, क्योंकि आगंतुक चर्च की जमीन से तीन समुद्रों के शानदार दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। चर्च कैथोलिकों के लिए भी एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। हर साल, हजारों लोग चर्च में वर्जिन मैरी से प्रार्थना करने आते हैं।
चर्च की आंतरिक सजावट बाहरी की तरह ही सुंदर है। यह रंगीन खिड़कियों और सुंदर भित्तिचित्रों से सजाया गया है। मुख्य वेदी सफेद संगमरमर से बनी है और इस पर वर्जिन मैरी की एक मूर्ति है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
कन्याकुमारी के दर्शन करने में कितना समय लगता है?
कन्याकुमारी के दर्शन करने में कितना समय लगता है, यह आपके रुचि के स्थानों और गतिविधियों पर निर्भर करता है। यदि आप केवल प्रमुख दर्शनीय स्थलों को देखने में रुचि रखते हैं, तो आप एक दिन में कन्याकुमारी की यात्रा कर सकते हैं।
कन्याकुमारी में सूर्योदय देखने का सबसे अच्छा समय क्या है?
कन्याकुमारी में सूर्योदय देखने का सबसे अच्छा समय सुबह 5:00 बजे से 6:00 बजे के बीच होता है। इस समय, सूर्योदय का दृश्य सबसे स्पष्ट और रंगीन होता है। सूर्योदय के समय, आप तीन महासागरों (अरब सागर, बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर) के संगम को देख सकते हैं। कन्याकुमारी में सूर्योदय देखने के लिए सबसे अच्छी जगहें हैं: – स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल: यह जगह सूर्योदय के दृश्य को देखने के लिए सबसे लोकप्रिय है।, कन्याकुमारी मंदिर: यह मंदिर एक ऊंची चट्टान पर स्थित है, जिससे सूर्योदय का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है।, तिरुवल्लुवर की प्रतिमा: यह प्रतिमा एक विशाल पत्थर की चट्टान पर स्थित है, जिससे सूर्योदय का एक सुंदर दृश्य दिखाई देता है।
कन्याकुमारी कब जाना चाहिए?
कन्याकुमारी जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस समय, मौसम आमतौर पर सुहावना और शुष्क होता है, और तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस समय, आप तीनों महासागरों के संगम का आनंद ले सकते हैं, जो एक अद्भुत दृश्य है।
कन्याकुमारी क्यों प्रसिद्ध है?
कन्याकुमार एक धार्मिक पर्यटन स्थल है | यहाँ कई महत्वपूर्ण मंदिर है जिसमे कन्या कुमारी एक प्रसिद्ध मंदिर है | इसके साथ साथ यहाँ कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है – कन्याकुमारी मंदिर, स्वामी विवेकानंद रॉक मेमोरियल, तिरुवल्लुवर की प्रतिमा, पद्मनाभपुरम पैलेस, थिरप्परपु जलप्रपात इत्यादि |
कन्याकुमारी मंदिर रेलवे स्टेशन से कितनी दूर है?
कन्याकुमारी मंदिर रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर तक जाने के लिए आप पैदल, ऑटो-रिक्शा या टैक्सी ले सकते हैं।
कन्याकुमारी का नाम कन्याकुमारी क्यों रखा गया है?
कन्याकुमारी का नाम देवी कन्याकुमारी के नाम पर रखा गया है। देवी कन्याकुमारी को हिंदू धर्म में देवी पार्वती का कन्या रूप माना जाता है। कहा जाता है कि देवी कन्याकुमारी ने तपस्या करने के लिए इस स्थान पर आकर तपस्या की थी। इस स्थान का एक अन्य नाम “कुमारी अम्मन” भी है। “कुमारी” का अर्थ “कुमारी” या “कुंवारी” होता है। “अम्मन” का अर्थ “माँ” होता है। इस प्रकार, “कुमारी अम्मन” का अर्थ “कुमारी माता” होता है।
कन्याकुमारी से रामेश्वरम मंदिर कितनी दूर है?
कन्याकुमारी से रामेश्वरम की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 624 किलोमीटर है। यह दूरी ट्रेन से लगभग 15 घंटे और हवाई जहाज से लगभग 1 घंटे में तय की जा सकती है।
कन्याकुमारी में धर्मशाला?
कन्याकुमारी में धर्मशालाओं की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है, जो विभिन्न बजट और आवश्यकताओं के अनुरूप हैं। कुछ लोकप्रिय विकल्पों में शामिल हैं: श्री कन्याकुमारी मंदिर धर्मशाला, श्री कन्याकुमारी तीर्थयात्री धर्मशाला, कन्याकुमारी श्रद्धा धर्मशाला इत्यादि |
कन्याकुमारी में घूमने में कितना खर्चा आएगा?
कन्याकुमारी में घूमने का खर्च आपके बजट और यात्रा की अवधि पर निर्भर करता है। एक सप्ताह के लिए कन्याकुमारी में घूमने का अनुमानित खर्च लगभग 10000 – 150000 रूपये तक आएगा |
कन्याकुमारी कहाँ पर है?
कन्याकुमारी भारत के दक्षिणी छोर पर स्थित एक शहर है। यह तमिलनाडु राज्य के तिरुवनंतपुरम जिले में स्थित है। कन्याकुमारी भारतीय प्रायद्वीप के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित है, और यहाँ तीन समुद्र मिलते हैं: बंगाल की खाड़ी, अरब सागर, और हिंद महासागर।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को कन्याकुमारी में घूमने की जगह (kanyakumari Me Ghumne ki Jagah) (tourist places in kanyakumari) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट कन्याकुमारी के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।