Orchha Tourist Places :- ओरछा, मध्य प्रदेश का एक छोटा सा शहर है जो अपनी समृद्ध इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह शहर बुंदेलखंड क्षेत्र में बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ है। ओरछा में घूमने के लिए कई जगहें हैं, जिनमें किले, महल, मंदिर और प्राकृतिक दर्शनीय स्थल शामिल हैं।
ओरछा में घूमने की जगह – Places to visit in Orchha
Ghumne ki jagah
ओरछा का किला – Orchha Fort
ओरछा का किला ओरछा आने वाले पर्यटकों को इतिहास और वास्तुकला में खोने के लिए इससे बेहतर जगह नहीं मिलेगी – ओरछा का किला! बुंदेलखंड की धरती पर बेतवा नदी के किनारे स्थित ये विशाल किला परिसर अपने आप में एक समृद्ध इतिहास समेटे हुए है। किले की भव्यता देखते ही बनती है। विशाल प्राचीर, मजबूत दरवाजे और सुरक्षा के लिए बनाए गए बुर्ज किले की रक्षात्मक शैली को बयां करते हैं। किले के अंदर प्रवेश करते ही कई महल, मंदिर और अन्य संरचनाएं नजर आती हैं |
राम राजा मंदिर – Ram Raja Mandir
राम राजा मंदिर ओरछा की धरती पर सिर्फ किले और महलों की कहानी नहीं है, बल्कि आस्था का एक अनूठा केंद्र भी है – राम राजा मंदिर। ये मंदिर ना सिर्फ भव्य वास्तुकला का उदाहरण है, बल्कि यहां की परंपराएं भी आपको अचंभित कर देंगी। मंदिर की वास्तुकला भी कम आकर्षक नहीं है। सफेद, गुलाबी और पीले रंगों से सजा ये मंदिर देखने में बेहद सुंदर है। मंदिर के अंदर की दीवारों पर भगवान राम के जीवन से जुड़ी कहानियों को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है।
जहाँगीर महल – Jahangir Mahal
जहाँगीर महल ओरछा की धरती सिर्फ राजाओं की गाथा नहीं कहती, बल्कि दो राजवंशों के बीच की अद्भुत दोस्ती का भी गवाह है। इसका प्रमाण है जहाँगीर महल – एक ऐसा भव्य महल जो मुगल शाही शैली और बुंदेली राजपूत वास्तुकला के खूबसूरत संगम से बना है। तीन मंजिला ये महल लाल और पीले बलुआ पत्थरों से बना हुआ है। पूर्व की तरफ बने मुख्य द्वार पर फ़िरोज़ी रंग की टाइलें लगी हुई हैं, जो मुगल वास्तुकला की याद दिलाती हैं। हाथी की आकृति और घंटियों से सजा हुआ ये द्वार राजसी स्वागत का प्रतीक है। महल के अंदर कई आंगन, 100 से भी ज्यादा कमरे, बालकनियाँ, आठ सुंदर गुंबद, छतें और बरामदे हैं। कमरों की दीवारों और छतों पर बनी हुई नक्काशी और चित्रकारी बुंदेली कला का बेहतरीन उदाहरण हैं।
राजा महल – Raja Mahal
राजा महल ओरछा की धरती राजाओं-महाराजाओं की गाथाओं से सराबोर है। इन गाथाओं को अपने आगोश में समेटे हुए खड़ा है राजा महल। यह भव्य महल न सिर्फ बुंदेली स्थापत्य कला का शानदार उदाहरण है, बल्कि सदियों से राज परिवारों का आवास और शासन का केंद्र भी रहा है। पहली नज़र में राजा महल का बाहरी हिस्सा सादा लग सकता है। ऊंची दीवारें और किलेनुमा बनावट रक्षात्मक शैली की ओर इशारा करती हैं। लेकिन महल के अंदर कदम रखते ही राजसी वैभव नजर आने लगता है।
चतुर्भुज मंदिर – Chaturbhuj Temple
चतुर्भुज मंदिर ओरछा की धरती सिर्फ किलों और महलों के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि यहां भक्ति का मधुर स्वर भी गूंजता है। ऐसे ही भक्तिमय स्थलों में से एक है चतुर्भुज मंदिर। भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर अपनी भव्य वास्तुकला और कलात्मक मूर्तियों के लिए जाना जाता है। चतुर्भुज मंदिर 16वीं शताब्दी में बनवाया गया था। यह मंदिर नागर शैली में बना है और इसमें मंदिर, किले और महल, तीनों शैलियों के तत्व देखने को मिलते हैं। ऊंचे शिखर, जटिल नक्काशी से सजा हुआ प्रवेश द्वार और मंडप इसकी भव्यता को दर्शाते हैं।
ओरछा वन्यजीव अभयारण्य – Orchha Wildlife Sanctuary
ओरछा वन्यजीव अभयारण्य मध्य प्रदेश के ओरछा शहर में स्थित एक प्राकृतिक रत्न है। यह अभयारण्य 274 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का घर है। यह अभयारण्य घने जंगलों, हरी-भरी पहाड़ियों, और शांत झीलों से भरा हुआ है। यहाँ आप विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे, फूल और जानवर देख सकते हैं। ओरछा वन्यजीव अभयारण्य पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। यहाँ आप जंगल सफारी पर जा सकते हैं, जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं, और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।
बेतवा नदी – Betwa River
बेतवा नदी ओरछा की खूबसूरती में चार चांद लगाने वाली एक महत्वपूर्ण चीज़ है – बेतवा नदी। बुंदेलखंड की धरती को सींचती हुई बहने वाली ये नदी ओरछा शहर के जीवन का मूल है। पर्यटक बेतवा नदी में बोटिंग का मज़ा ले सकते हैं। शांत जलधारा में नाव चलाते हुए ओरछा के किलों और महलों को देखने का अनुभव अद्भुत होता है। नदी के किनारे कई खूबसूरत पिकनिक स्थल हैं। यहां आकर आप प्रकृति का आनंद ले सकते हैं और अपने परिवार या दोस्तों के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं। शाम के समय सूर्यास्त का नज़ारा बेतवा नदी के किनारे से देखना किसी कविता से कम नहीं होता है।
ओरछा में एडवेंचर – Orchha Adventure
- रिवर राफ्टिंग: बेतवा नदी पर रिवर राफ्टिंग एक रोमांचकारी अनुभव है। आप मित्रों या परिवार के साथ मिलकर रैपिड्स पार कर सकते हैं और नदी के किनारे के सुंदर दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
- पैराग्लाइडिंग: हवा में उड़ने का रोमांच अनुभव करना चाहते हैं? तो ओरछा में पैराग्लाइडिंग जरूर करें। ऊंचाई से ओरछा शहर के मनोरम दृश्य का आनंद लेना अविस्मरणीय होगा।
- ट्रेकिंग: ओरछा के आसपास कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं। आप इन ट्रेल्स पर ट्रैकिंग करके प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं और व्यायाम भी कर सकते हैं।
- बेतवा नदी: बुंदेलखंड की धरती को सींचती हुई बहने वाली ये नदी ओरछा शहर के जीवन का मूल है। आप नदी में बोटिंग कर सकते हैं, किनारों पर पिकनिक मना सकते हैं, या पवित्र स्नान कर सकते हैं।
- ओरछा वन्यजीव अभयारण्य: यह अभयारण्य कई दुर्लभ और लुप्तप्राय जानवरों का घर है, जिनमें चीतल, सांबर, और नीलगाय शामिल हैं। आप यहां जंगल सफारी पर जा सकते हैं और वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।
यह तो ओरछा एडवेंचर की एक झलक मात्र है। इस आकर्षक शहर में घूमने के लिए और भी बहुत कुछ है। तो अपना बैग पैक करें, घूमने के जूते पहनें और ओरछा के रोमांचक सफर पर निकल जाएं!
FAQ (ओरछा घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):-
ओरछा कहाँ है?
ओरछा मध्य प्रदेश राज्य के निवाड़ी जिले में स्थित है। यह शहर बेतवा नदी के किनारे बसा हुआ है। ओरछा ग्वालियर से लगभग 120 किलोमीटर और झांसी से लगभग 45 किलोमीटर दूर है।
ओरछा घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
ओरछा घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है। इस समय मौसम सुखद होता है और पर्यटन का आनंद लेने के लिए अनुकूल होता है।
ओरछा घूमने के लिए कितने दिन लगते हैं?
ओरछा के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों को देखने के लिए आपको 2-3 दिन लगेंगे।
ओरछा में कौन सी नदी बहती है?
ओरछा में बहने वाली नदी बेतवा नदी है। यह नदी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्यों से होकर बहती है। बेतवा नदी यमुना नदी की सहायक नदी है।
ओरछा का मतलब क्या होता है?
ओरछा शब्द का मतलब “छिपी हुई जगह” होता है। यह शब्द संस्कृत शब्द “ओर” (छिपना) और “छा” (जगह) से मिलकर बना है। ओरछा शहर को यह नाम इसलिए दिया गया क्योंकि यह शहर घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ था। यह शहर बाहरी दुनिया से छिपा हुआ था।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को कटनी में ओरछा की जगह (orchha me Ghumne ki Jagah) (tourist places in orchha) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट ओरछा के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।