Mirzapur Tourist Places :- मिर्जापुर उत्तर प्रदेश राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर है। यह गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है और अपने ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ घूमने के लिए कई महत्वपूर्ण स्थान है जिसे आपको आवश्य देखना चाहिए |
मिर्जापुर में घूमने वाली जगह – Places to visit in Mirzapur, UP
मिर्जापुर एक खुबसुरत शहर है अगर आप मिर्जापुर घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको मिर्जापुर में घूमने के लिए कौन कौन से प्रमुख पर्यटन स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप मिर्जापुर आसानी से घूम सके तो चलिए हम जानते हैं मिर्जापुर में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए:-
Ghumne ki jagah
विंध्याचल – Vindhyachal, Mirzapur
विंध्याचल भारत के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। विंध्याचल हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह माना जाता है कि देवी विंध्यवासिनी भगवान विष्णु की पत्नी हैं। विंध्याचल को देवी पार्वती का भी निवास स्थान माना जाता है। यह देवी विंध्यवासिनी के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर गंगा नदी के किनारे स्थित है और इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। विंध्याचल में कई अन्य मंदिर भी हैं, जिनमें अष्टभुजा मंदिर, काली खोह मंदिर, और रामेश्वर महादेव मंदिर शामिल हैं।
माँ काली खोह मंदिर – Maa Kali Khoh Temple, Mirzapur
माँ काली खोह मंदिर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है। मंदिर विंध्य पर्वत पर स्थित है और अपनी प्राचीन वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। माँ काली खोह मंदिर एक विशाल मंदिर है। मंदिर की लंबाई 100 मीटर और चौड़ाई 50 मीटर है। मंदिर में एक विशाल गर्भगृह है, जिसमें देवी काली की एक भव्य प्रतिमा है। मंदिर के चारों ओर कई अन्य मंदिर और तीर्थस्थल भी हैं। माँ काली खोह मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर देवी काली के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। मंदिर में हर साल कई भक्तों का आना-जाना रहता है।
चूनार किला – Chunar Fort, Mirzapur
चूनार किला एक ऐतिहासिक किला है जो गंगा नदी के किनारे स्थित है। इस किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था। चूनार किला एक विशाल किला है। किले की दीवारें लगभग 30 फुट ऊंची और 10 फुट मोटी हैं। किले में कई बुर्ज और द्वार हैं। किले के अंदर कई मंदिर, मकबरे, और अन्य इमारतें हैं। चुनार किला अपनी मजबूत दीवारों और खाइयों के लिए प्रसिद्ध है। यह किला कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है।
रामेश्वर महादेव मंदिर – Rameshwar Mahadev Temple, Mirzapur
रामेश्वर महादेव मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो गंगा नदी के किनारे स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है। मंदिर का मुख्य गर्भगृह 150 फीट ऊंचा है और इसमें भगवान शिव की एक भव्य प्रतिमा है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। रामेश्वर महादेव मंदिर एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है और विशेष रूप से महाशिवरात्रि और सावन के महीने में भक्तों की भीड़ होती है। रामेश्वर महादेव मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह माना जाता है कि भगवान राम ने लंका विजय के बाद इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा की थी। मंदिर को त्रेता युग का प्राचीन शिवालय भी माना जाता है।
लखनिया दरी झरना – Lakhaniya Hills & Waterfall, Mirzapur
लखनिया दरी झरना उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित एक खूबसूरत झरना है। यह झरना गंगा नदी के किनारे स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। लखनिया दरी झरना मिर्जापुर शहर से लगभग 50 किलोमीटर दूर है। आप झरना में नहा सकते हैं और प्रकृति का आनन्द ले सकते हैं साथ में पिकनिक भी यहाँ मना सकते हैं |
पक्का घाट – Pakka Ghat, Mirzapur
पक्का घाट उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित एक खूबसूरत घाट है। यह घाट गंगा नदी के किनारे स्थित है और अपनी वास्तुकला और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। पक्का घाट एक विशाल घाट है। घाट की लंबाई 300 मीटर और चौड़ाई 50 मीटर है। घाट में 25 खंभे हैं, जो घाट को एक मजबूत और सुंदर रूप देते हैं। घाट के शीर्ष पर एक मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है।
लाल भैरव मंदिर – Lal Bhairav Temple, Mirzapur
लाल भैरव मंदिर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव के एक रूप, लाल भैरव को समर्पित है। मंदिर गंगा नदी के किनारे स्थित है और अपनी प्राचीन वास्तुकला और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। लाल भैरव मंदिर एक विशाल मंदिर है। मंदिर की लंबाई 100 मीटर और चौड़ाई 50 मीटर है। मंदिर में एक विशाल गर्भगृह है, जिसमें लाल भैरव की एक भव्य प्रतिमा है। मंदिर के चारों ओर कई अन्य मंदिर और तीर्थस्थल भी हैं।
लालगढ़ – Lalgarh, Mirzapur
लालगढ़ एक ऐतिहासिक किला है जो गंगा नदी के किनारे स्थित है। इस किले का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था। लालगढ़ किला अपनी लाल पत्थरों से बनी मजबूत दीवारों के लिए प्रसिद्ध है। किले का निर्माण लाल पत्थरों से किया गया है। किले की दीवारें लगभग 30 फुट ऊंची और 10 फुट मोटी हैं। किले में कई बुर्ज और द्वार हैं। किले के अंदर कई मंदिर, मकबरे, और अन्य इमारतें हैं। यह किला कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है।
बसंतपुर गुरुद्वारा – Basantpur Gurudwara, Mirzapur
बसंतपुर गुरुद्वारा एक सिख धार्मिक स्थल है। यह गुरुद्वारा गंगा नदी के किनारे स्थित है। यह गुरुद्वारा गुरु गोविंद सिंह के पिता गुरु तेग बहादुर की याद में बनाया गया था। बसंतपुर गुरुद्वारा एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है और विशेष रूप से गुरु गोविंद सिंह के जन्मदिन पर भक्तों की भीड़ होती है।
FAQ (मिर्जापुर घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
मिर्जापुर कहाँ है?
मिर्जापुर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक शहर है। यह शहर गंगा नदी के किनारे स्थित है और अपनी प्राचीन वास्तुकला, धार्मिक महत्व, और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है।
मिर्जापुर कैसे पहुंचे?
मिर्जापुर हवाई, रेल, और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। मिर्जापुर जाने के लिए विभिन्न रस्ते हैं :-
- हवाई मार्ग से: मिर्जापुर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा इलाहाबाद हवाई अड्डा है, जो लगभग 87 किलोमीटर दूर है। यहां से आप टैक्सी या बस से मिर्जापुर पहुंच सकते हैं।
- रेल मार्ग से: मिर्जापुर रेलवे स्टेशन देश के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहां से आप ट्रेन से मिर्जापुर पहुंच सकते हैं।
- सड़क मार्ग से: मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग 2, 34, और 73 से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां से आप बस, टैक्सी, या अपनी निजी कार से पहुंच सकते हैं।
मिर्जापुर कब घूमने जाएं?
मिर्जापुर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और बारिश कम होती है।
मिर्जापुर घूमने के लिए कितने दिन का समय चाहिए?
मिर्जापुर में कई दर्शनीय स्थल हैं। अगर आप सभी स्थलों को घूमना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 3-4 दिन का समय चाहिए।
मिर्जापुर में घूमने की जगह कौन कौन हैं?
मिर्जापुर में घूमने के लिए कुछ लोकप्रिय दर्शनीय स्थल हैं: लाल भैरव मंदिर, बसंतपुर गुरुद्वारा, लखनिया दरी झरना, पक्का घाट , माँ काली खोह मंदिर, विन्डोम फॉल्स पार्क, अकबरपुर पार्क ,लाल डिग्गी पार्क इत्यादि प्रमुख स्थल है |
मिर्जापुर में कहां ठहरें?
मिर्जापुर में कई होटल और गेस्टहाउस हैं। आप अपनी बजट और सुविधा के अनुसार किसी भी होटल या गेस्टहाउस में रह सकते हैं।
मिर्जापुर में क्या खाएं?
मिर्जापुर में कई तरह के स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध हैं। आप यहां उत्तर प्रदेशी, बिहारी, और मिर्जापुरी व्यंजन का स्वाद ले सकते हैं।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को मिर्जापुर में घूमने की जगह (mirzapur me ghumne ki Jagah) (tourist places in mirzapur) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख के सम्बन्ध में कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आपके द्वारा दिए गए comment का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट मिर्जापुर के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।