chitrakoot tourist places :- चित्रकूट उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित एक पवित्र धार्मिक स्थल है। यह भगवान राम के वनवास काल का मुख्य स्थल है। चित्रकूट में कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जो इसे एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाते हैं।
चित्रकूट में घूमने लायक जगह – Places to visit in Chitrakoot
चित्रकूट एक खूबसूरत शहर है अगर आप चित्रकूट घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको चित्रकूट में घूमने के लिए कौन कौन से प्रमुख पर्यटन स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप चित्रकूट आसानी से घूम सके तो चलिए हम जानते हैं चित्रकूट में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए :-
कालिंजर किला – Kalinjar Fort, Chitrakoot
Ghumne ki jagah
कालिंजर किला चित्रकूट से लगभग 15 किलोमीटर दूर बांदा जिले में स्थित है। यह किला 800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। किला चंदेल वंश द्वारा बनाया गया था। कालिंजर किला एक ऐतिहासिक स्थल है, जिसका इतिहास लगभग 2000 साल पुराना है। किला कई बार आक्रमणों का शिकार हुआ है, लेकिन आज भी यह अपनी भव्यता और मजबूती के लिए जाना जाता है। कालिंजर किला में कई मंदिर और महल हैं। किले के अंदर एक मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर में भगवान शिव की एक विशाल मूर्ति है। कालिंजर किला एक खूबसूरत और ऐतिहासिक स्थल है, जो चित्रकूट की यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां आकर हर कोई भारतीय इतिहास और संस्कृति के बारे में जान सकता है।
रामघाट – Ramghat, Chitrakoot
रामघाट चित्रकूट का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यहां पर भगवान राम और सीता ने वनवास के दौरान स्नान किया था। रामघाट पर एक विशाल मंदिर भी है, जो भगवान राम और सीता को समर्पित है। रामघाट मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित है। यह नदी पवित्र मानी जाती है और यहां स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। रामघाट पर एक विशाल पत्थर का घाट बना हुआ है, जहां से लोग नदी में स्नान करते हैं। रामघाट पर भगवान राम और सीता को समर्पित एक मंदिर भी है। यह मंदिर 18वीं शताब्दी में बनाया गया था। मंदिर का मुख्य गर्भगृह भगवान राम और सीता की मूर्तियों के लिए समर्पित है। मंदिर के बाहरी भाग में कई अन्य देवताओं और देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं।
श्री कामता नाथ मंदिर – Shri Kamta Nath Mandir, Chitrakoot
श्री कामता नाथ मंदिर चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह कामदगिरि पर्वत की तलहटी में स्थित है। कामदगिरि पर्वत भगवान राम के वनवास काल का एक महत्वपूर्ण स्थल है। श्री कामता नाथ मंदिर भगवान कामतानाथ को समर्पित है। भगवान कामतानाथ भगवान शिव के अवतार हैं। कहा जाता है कि भगवान कामतानाथ ने भगवान राम की वनवास काल में मदद की थी। श्री कामता नाथ मंदिर एक भव्य मंदिर है। मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में किया गया था। मंदिर का मुख्य गर्भगृह भगवान कामतानाथ की मूर्ति के लिए समर्पित है। मंदिर के बाहरी भाग में कई अन्य देवताओं और देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं।
हनुमान धारा – Hanuman Dhara, Chitrakoot
हनुमान धारा चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह एक प्राकृतिक झरना है, जो भगवान हनुमान को समर्पित है। कहा जाता है कि इस झरने का जल पवित्र है और इस जल से स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। हनुमान धारा एक पहाड़ी पर स्थित है। पहाड़ी की चोटी पर भगवान हनुमान का एक मंदिर है। मंदिर से नीचे की ओर एक चट्टान पर झरना गिरता है। झरने का पानी मंदाकिनी नदी में मिल जाता है।
राम दर्शन – Ram Darshan, Chitrakoot
राम दर्शन चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह एक संग्रहालय है, जो भगवान राम के जीवन और वनवास काल को समर्पित है। राम दर्शन में भगवान राम और सीता के जीवन से जुड़ी कई वस्तुओं का संग्रह है। इनमें भगवान राम के वनवास काल में उपयोग किए जाने वाले कपड़े, आभूषण, तीर-धनुष, और अन्य वस्तुएं शामिल हैं। राम दर्शन में भगवान राम के जीवन से जुड़ी कई पेंटिंग और मूर्तियां भी हैं। इनमें भगवान राम के वनवास काल के विभिन्न प्रसंगों को दर्शाया गया है।
गुप्त गोदावरी – Gupt Godavari, Chitrakoot
गुप्त गोदावरी चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह एक प्राकृतिक गुफा है, जिसमें से गोदावरी नदी बहती है। कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास काल में इस गुफा में निवास किया था। गुप्त गोदावरी चित्रकूट के रामघाट से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है। गुफा तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ीदार रास्ता है। गुफा में प्रवेश करने के लिए शुल्क देना पड़ता है। गुप्त गोदावरी की जलधारा बहुत ही निर्मल और पवित्र है। कहा जाता है कि इस जल से स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
अनुसूया आश्रम – Anusuya Ashram, Chitrakoot
अनुसूया आश्रम चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह आश्रम ऋषि अत्रि और उनकी पत्नी अनुसूया के लिए समर्पित है। कहा जाता है कि भगवान राम और सीता ने अपने वनवास काल में इस आश्रम में कुछ समय बिताया था। अनुसूया आश्रम चित्रकूट के रामघाट से लगभग 14 किलोमीटर दूर स्थित है। आश्रम तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ीदार रास्ता है। आश्रम में प्रवेश करने के लिए शुल्क देना पड़ता है। अनुसूया आश्रम में ऋषि अत्रि और उनकी पत्नी अनुसूया की मूर्तियां हैं। आश्रम में एक मंदिर भी है, जो माता सीता को समर्पित है।
लक्ष्मण पहाड़ी – Lakshman Caves, Chitrakoot
लक्ष्मण पहाड़ी चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह पहाड़ी कामदगिरि पर्वत के पास स्थित है। कहा जाता है कि भगवान राम के वनवास काल में लक्ष्मण जी इस पहाड़ी पर रहते थे और वनवासियों की रक्षा करते थे। लक्ष्मण पहाड़ी चित्रकूट के रामघाट से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित है। पहाड़ी तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ीदार रास्ता है। पहाड़ी पर एक मंदिर है, जो भगवान राम, लक्ष्मण और भरत को समर्पित है। लक्ष्मण पहाड़ी से चित्रकूट का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। यहां से आप कामदगिरि पर्वत, रामघाट और अन्य धार्मिक स्थलों को देख सकते हैं।
प्रमोदवन – Pramod van, Chitrakoot
प्रमोदवन चित्रकूट के रामघाट से लगभग 1 किलोमीटर दूर स्थित है। वन तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ीदार रास्ता है। वन में कई प्राचीन मंदिर और गुफाएं हैं। प्रमोदवन में कई पेड़ और पौधे हैं। यहां कई प्रकार के पक्षी और जानवर भी पाए जाते हैं। वन का वातावरण बहुत ही सुंदर और शांतिपूर्ण है। प्रमोदवन चित्रकूट की यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां आकर हर कोई भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के प्रति अपना श्रद्धा व्यक्त करता है।
कामदगिरि चित्रकूट – Kamadgiri chitrakoot
कामदगिरि चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह एक प्राचीन पर्वत है, जो भगवान राम के वनवास काल से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि भगवान राम ने अपने वनवास काल में इस पर्वत पर तपस्या की थी। कामदगिरि चित्रकूट के रामघाट से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित है। पर्वत तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ीदार रास्ता है। पर्वत पर एक मंदिर है, जो भगवान कामतानाथ को समर्पित है। कामदगिरि पर्वत चारो दिशाओं से धनुष के आकार का दिखाई देता है। पर्वत के चारो ओर परिक्रमा करना एक पवित्र अनुष्ठान माना जाता है।
जानकी कुंड – janaki kund, Chitrakoot
जानकी कुंड चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह एक प्राचीन कुंड है, जो भगवान राम और सीता के वनवास काल से जुड़ा हुआ है। कहा जाता है कि देवी सीता अपने निर्वासन काल में यहां स्नान किया करती थीं। जानकी कुंड चित्रकूट के रामघाट से लगभग 3 किलोमीटर दूर स्थित है। कुंड के किनारे एक मंदिर है, जो भगवान राम और सीता को समर्पित है। जानकी कुंड एक पवित्र स्थल है। यहां आकर हर कोई देवी सीता के प्रति अपना श्रद्धा व्यक्त करता है।
आरोग्य धाम – Arogya dham, Chitrakoot
आरोग्य धाम चित्रकूट का एक महत्वपूर्ण धार्मिक और स्वास्थ्य केंद्र है। यह एक पंचवटी में स्थित है, जो भगवान राम के वनवास काल से जुड़ा हुआ है। आरोग्य धाम एक प्राचीन कुंड है, जिसका पानी कई बीमारियों को ठीक करने के लिए माना जाता है। कुंड के पानी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। आरोग्य धाम में एक आयुर्वेदिक अस्पताल भी है, जो प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से रोगियों का इलाज करता है। अस्पताल में कई प्रकार के उपचार उपलब्ध हैं, जिनमें योग, ध्यान, आहार चिकित्सा, पंचकर्म और अन्य शामिल हैं।
FAQ (चित्रकूट में घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
चित्रकूट कहाँ है?
चित्रकूट उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित एक पवित्र धार्मिक स्थल है। यह विन्ध्य पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है। चित्रकूट का क्षेत्रफल लगभग 38.2 वर्ग किलोमीटर है।
चित्रकूट घूमने का खर्चा?
चित्रकूट घूमने का खर्चा आपके बजट और यात्रा की अवधि पर निर्भर करता है। चित्रकूट घूमने का अनुमानित कुल खर्च लगभग ₹3,200 प्रति व्यक्ति प्रति दिन होता है। अगर आप चित्रकूट के आसपास के अन्य दर्शनीय स्थलों को भी देखना चाहते हैं, तो आपका खर्च और अधिक बढ़ सकता है।
चित्रकूट में घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
चित्रकूट में घूमने के लिए कम से कम दो दिन चाहिए। अगर आप चित्रकूट के आसपास के अन्य दर्शनीय स्थलों को भी देखना चाहते हैं, तो आपको तीन से चार दिन चाहिए।
चित्रकूट में घूमने के लिए कितने दिन चाहिए?
चित्रकूट में घूमने के लिए कम से कम दो दिन चाहिए। अगर आप चित्रकूट के आसपास के अन्य दर्शनीय स्थलों को भी देखना चाहते हैं, तो आपको तीन से चार दिन चाहिए।
चित्रकूट में घूमने के लिए कौन सी ट्रेनें और बसें उपलब्ध हैं?
चित्रकूट उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित है। चित्रकूट से कई प्रमुख शहरों के लिए ट्रेनें और बसें उपलब्ध हैं।
चित्रकूट में घूमने के लिए कहां ठहरें?
चित्रकूट में कई होटल, धर्मशालाएं और गेस्टहाउस उपलब्ध हैं। आप अपनी बजट और सुविधा के अनुसार ठहर सकते हैं।
चित्रकूट में घूमने के लिए क्या-क्या देखें?
चित्रकूट में कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं, जो भगवान राम के वनवास काल से जुड़े हुए हैं। चित्रकूट में घूमने के लिए कुछ प्रमुख स्थानों में शामिल हैं: रामघाट, कामदगिरि पर्वत, जानकी कुंड, आरोग्य धाम, कालिंजर किला इत्यादि |
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को चित्रकूट में घूमने की जगह (chitrakoot me Ghumne ki Jagah) (tourist places in chitrakoot) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख के सम्बन्ध में कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आपके द्वारा दिए गए comment का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट चित्रकूट के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है |