Jhansi Tourist Places :- झांसी उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक शहर है। यह शहर 1857 की क्रांति के दौरान रानी लक्ष्मी बाई की वीरता के लिए प्रसिद्ध है। आज भी झांसी में रानी लक्ष्मी बाई के किले, महल और अन्य ऐतिहासिक स्थलों को देखा जा सकता है। इसके अलावा, झांसी में कई अन्य दर्शनीय स्थल भी हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
झाँसी में घूमने वाली जगह – Places to Visit in Jhansi, UP
झाँसी एक खुबसूरत शहर है अगर आप झाँसी घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको झाँसी में घूमने के लिए कौन कौन से प्रमुख पर्यटन स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप झाँसी आसानी से घूम सके तो चलिए हम जानते हैं झाँसी में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए:-
Ghumne ki jagah
झांसी का किला – Jhansi Fort
झांसी का किला झांसी शहर का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह किला 1613 में ओरछा के राजा वीर सिंह देव बुंदेला ने बनवाया था। किले में रानी लक्ष्मी बाई का महल, रानी के मंदिर, और अन्य ऐतिहासिक इमारतें हैं। किला शहर के केंद्र में स्थित है और इसे आसानी से पैदल या टैक्सी से पहुंचा जा सकता है। किले के अंदर प्रवेश करने के लिए टिकट की आवश्यकता होती है। किले का मुख्य आकर्षण रानी लक्ष्मी बाई का महल है। यह महल रानी लक्ष्मी बाई का निवास स्थान था। महल में रानी की निजी जिंदगी से जुड़ी कई वस्तुएं देखी जा सकती हैं। किले में रानी के मंदिर भी हैं। इन मंदिरों में रानी लक्ष्मी बाई की पूजा की जाती है।
रानी महल झांसी – Rani Mahal Jhansi
रानी महल झांसी शहर का एक ऐतिहासिक महल है। यह महल झांसी के किले के अंदर स्थित है। यह महल रानी लक्ष्मी बाई का निवास स्थान था।महल का निर्माण 18वीं शताब्दी में झांसी के सूबेदार नेवालकर परिवार के रघु नाथ-द्वितीय ने करवाया था। बाद में रानी लक्ष्मीबाई ने इस महल को अपना निवास स्थान बनाया। महल दो मंजिला है और इसमें छः हॉल हैं। इनमें दरबार हॉल को महल की शान कहा जाता है। दरबार हॉल में रानी लक्ष्मी बाई की जयंती और पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। महल में रानी की निजी जिंदगी से जुड़ी कई वस्तुएं देखी जा सकती हैं। इनमें रानी के कपड़े, गहने, और हथियार शामिल हैं।
बरुआसागर झील – Baruasagar Lake, Jhansi
झांसी शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित बरुआसागर झील एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। यह झील लगभग 500 एकड़ में फैली हुई है और इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में ओरछा के राजा उदित सिंह ने किया था। बरुआसागर झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। झील के चारों ओर घने पेड़ और हरियाली है। झील में कई नावें उपलब्ध हैं, जिन पर बैठकर आप झील का भ्रमण कर सकते हैं।
झांसी सरकार संग्रहालय – Jhansi Govt Museum
झांसी सरकार संग्रहालय झांसी शहर का एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल है। यह संग्रहालय झांसी के इतिहास और संस्कृति से जुड़ी कई वस्तुओं को संग्रहित करता है। संग्रहालय का निर्माण 1897 में हुआ था। संग्रहालय में प्राचीन सिक्के, मूर्तियां, हथियार, और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं देखी जा सकती हैं। संग्रहालय में एक विशेष गैलरी में रानी लक्ष्मी बाई पर प्रदर्शनी है। इस गैलरी में रानी लक्ष्मी बाई की तस्वीरें, कलाकृतियां, और अन्य वस्तुएं प्रदर्शित हैं।
वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई पार्क – Veerangna Maharani Laxmi Bai Park
वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई पार्क झांसी शहर का एक खूबसूरत पार्क है। यह पार्क शहर के केंद्र में स्थित है और इसे आसानी से पैदल या टैक्सी से पहुंचा जा सकता है। पार्क का नाम झांसी की वीर रानी लक्ष्मी बाई के नाम पर रखा गया है। पार्क में रानी लक्ष्मी बाई की एक विशाल प्रतिमा भी है। पार्क में एक बड़ा झील है, जहां लोग नौका विहार का आनंद ले सकते हैं। पार्क में कई तरह के पेड़-पौधे और फूल भी हैं। पार्क में बच्चों के लिए एक खेल का मैदान भी है। वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई पार्क एक आरामदायक और सुंदर जगह है। यह पार्क परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए एकदम सही है।
सेंट जूड श्राइन झांसी – St. Jude’s Shrine, Jhansi
सेंट जूड श्राइन झांसी शहर का एक ऐतिहासिक चर्च है। यह चर्च 1880 में बनाया गया था। चर्च में कई सुंदर कलाकृतियां और मूर्तियां हैं। र्च का नाम सेंट जूड थैडियस को समर्पित है। सेंट जूड थैडियस को असंभव मामलों के संरक्षक संत के रूप में जाना जाता है। चर्च का निर्माण रोमन कैथोलिक मिशनरी द्वारा किया गया था। चर्च में एक बड़ा गोलाकार गुंबद है। चर्च के अंदर एक सुंदर वेदी है। चर्च के बाहर एक छोटा सा उद्यान है। सेंट जूड श्राइन एक धार्मिक स्थल है, लेकिन यह एक पर्यटक आकर्षण भी है। चर्च की सुंदरता और धार्मिक महत्व इसे एक लोकप्रिय स्थान बनाते हैं।
अटल एकता पार्क झांसी – Atal Ekta Park, Jhansi
अटल एकता पार्क झांसी शहर का एक आधुनिक पार्क है। यह पार्क 2018 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बनाया गया था। पार्क शहर के केंद्र में स्थित है और इसे आसानी से पैदल या टैक्सी से पहुंचा जा सकता है। पार्क में कई तरह के सुविधाएं हैं, जिनमें एक ओपन जिम, एक कैफेटेरिया, एक ओपन थिएटर, और एक झील शामिल हैं। पार्क में एक संग्रहालय भी है, जहां अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन और कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है। पार्क एक सुंदर और आरामदायक जगह है। यह परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए एकदम सही है।
रानी लक्ष्मी बाई न्यूलकर किला – Rani Laxmi Bai Newalkar Fort Near Jhansi
रानी लक्ष्मी बाई न्यूलकर किला भारत के मध्य प्रदेश राज्य के झाँसी शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह किला रानी लक्ष्मी बाई के पति, गंगाधर राव न्यूलकर के नाम पर रखा गया है। किला का निर्माण 1731 में गंगाधर राव न्यूलकर ने करवाया था। किला लाल पत्थर से बना है और यह अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। किले में एक विशाल मुख्य द्वार है। द्वार पर कई सुंदर नक्काशी और मूर्तियाँ हैं। किले के अंदर कई अन्य द्वार और इमारतें भी हैं।
श्री रामराजा मंदिर – Shri Ram Raja Mandir Near Jhansi
श्री रामराजा मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के टीकमगढ़ जिले के ओरछा शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है, जो झाँसी से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है और यह दुनिया का एकमात्र मंदिर है जहाँ भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। मंदिर का निर्माण 1610 में राजा बीर सिंह देव बुंदेला ने करवाया था। मंदिर का निर्माण लाल पत्थर से किया गया है और यह अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की एक विशाल मूर्ति है। मूर्ति सोने और चांदी से जड़ी हुई है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम के साथ उनकी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण की मूर्तियाँ भी हैं। मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार एक विशाल राजसी द्वार है। द्वार पर कई सुंदर नक्काशी और मूर्तियाँ हैं। मंदिर के अंदर कई अन्य मंदिर और मूर्तियाँ भी हैं।
ओरछा किला – Orchha Fort Near Jhansi
ओरछा किला भारत के मध्य प्रदेश राज्य के टीकमगढ़ जिले के ओरछा शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। जो झाँसी से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है। यह किला बुंदेलखंड की वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। किला का निर्माण 16वीं शताब्दी में बुंदेला राजा रुद्र प्रताप सिंह ने करवाया था। किला बेतवा नदी के किनारे स्थित है और यह अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। किले में कई महल, मंदिर, और अन्य इमारतें हैं। किले के मुख्य आकर्षणों में से कुछ हैं: लाल महल, राजा राम मंदिर, चतुर्भुज मंदिर, भवानी मंदिर इत्यादि |
राजा गंगाधर राव की छतरी झांसी – Cenotaph of Raja Gangadhar Rao
राजा गंगाधर राव की छतरी झांसी शहर का एक ऐतिहासिक स्मारक है। यह छतरी रानी लक्ष्मी बाई के पति राजा गंगाधर राव की याद में बनाई गई थी। छतरी का निर्माण 1853 में रानी लक्ष्मी बाई ने करवाया था। छतरी लाल पत्थर से बनी है और यह अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। छतरी में एक विशाल गोलाकार गुंबद है। गुंबद के ऊपर एक कलश है। छतरी के चारों ओर एक छोटा सा उद्यान है।छतरी एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है और यह झांसी के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है।
चतुर्भुज मंदिर – Chaturbhuj Temple Near Jhansi
चतुर्भुज मंदिर भारत के मध्य प्रदेश राज्य के टीकमगढ़ जिले के ओरछा शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है जो झाँसी से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में बुंदेला राजा बीर सिंह देव ने करवाया था। मंदिर लाल पत्थर से बना है और यह अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर तीन मंजिला है। पहली मंजिल में भगवान विष्णु की एक विशाल मूर्ति है। दूसरी मंजिल में भगवान शिव की एक मूर्ति है। तीसरी मंजिल में देवी लक्ष्मी की एक मूर्ति है।
जहाँगीर महल – Jahangir Mahal Near Jhansi
जहाँगीर महल भारत के मध्य प्रदेश राज्य के टीकमगढ़ जिले के ओरछा शहर में स्थित एक ऐतिहासिक महल है, जो झाँसी से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित है। यह महल मुगल सम्राट जहाँगीर के स्वागत के लिए बनाया गया था। महल का निर्माण 1615 में बुंदेला राजा वीर सिंह देव ने करवाया था। महल लाल पत्थर से बना है और यह अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। महल तीन मंजिला है। पहली मंजिल में एक विशाल दरबार हॉल है। दूसरी मंजिल में कई कमरे हैं जिनमें राजा और उनकी रानियों रहते थे। तीसरी मंजिल में एक मस्जिद है।
झांसी का राजा महल – Raja Mahal, Jhansi
झांसी का राजा महल उत्तर प्रदेश राज्य के झांसी शहर में स्थित एक ऐतिहासिक महल है। यह महल झांसी के नवाबों का निवास स्थान था। महल का निर्माण 17वीं शताब्दी में झांसी के नवाब शाहजहां बेगम ने करवाया था। महल लाल पत्थर से बना है और यह अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। महल दो मंजिला है। पहली मंजिल में एक विशाल दरबार हॉल है। दूसरी मंजिल में कई कमरे हैं जिनमें नवाब और उनकी रानियां रहते थे। महल के चारों ओर एक विशाल प्रांगण है। प्रांगण में कई अन्य मंदिर और इमारतें भी हैं।
FAQ (झाँसी घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
झांसी कहाँ है?
झांसी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित एक शहर है। यह झांसी जिला का मुख्यालय भी है। झांसी 285 मीटर (935 फीट) की औसत ऊंचाई पर पहुँज नदी और बेतवा नदी के बीच स्थित है। यह नई दिल्ली से लगभग 415 किलोमीटर है।
झांसी घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
झांसी घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है।
झांसी में घूमने के लिए कितना समय चाहिए?
झांसी में घूमने के लिए कम से कम 2-3 दिन का समय चाहिए। अगर आप झांसी के आसपास के दर्शनीय स्थलों को भी देखना चाहते हैं, तो आपको 5-7 दिन का समय चाहिए।
झांसी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें कौन सी हैं?
झांसी में घूमने के लिए कई अच्छी जगहें हैं। कुछ प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में शामिल हैं: झांसी का किला, रानी महल, राजकीय संग्रहालय झांसी, संत जूड श्राइन, बरुआसागर झील इत्यादि प्रमुख है |
झांसी में घूमने में कितना खर्चा आयेगा?
झांसी में घूमने का खर्च आपकी यात्रा की अवधि और आपके रहन-सहन के तरीके पर निर्भर करता है। अगर आप कम बजट में घूमना चाहते हैं, तो आप स्थानीय होटलों में रह सकते हैं और सड़क पर भोजन कर सकते हैं। इसके आधार पर, झांसी में घूमने के लिए एक 3-दिवसीय यात्रा का खर्च लगभग 5,000 रुपये से 8,000 रुपये प्रति व्यक्ति होगा। यदि आप झांसी के आसपास के दर्शनीय स्थलों को भी देखना चाहते हैं, तो आपको 5-7 दिन का समय चाहिए। इस तरह की यात्रा का खर्च लगभग 10,000 रुपये से 15,000 रुपये प्रति व्यक्ति होगा।
झांसी कैसे पहुंचे?
झांसी एक महत्वपूर्ण रेलवे और सड़क मार्ग का केंद्र है। यह शहर हवाई मार्ग से भी जुड़ा हुआ है।
- रेल मार्ग से: झांसी रेलवे स्टेशन भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- सड़क मार्ग से: झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग 26 और 36 से जुड़ा हुआ है।
- हवाई मार्ग से: झांसी का सबसे निकटतम हवाई अड्डा खजुराहो है। खजुराहो से झांसी के लिए टैक्सी या बस से पहुंचा जा सकता है।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को झाँसी में घूमने की जगह (jhansi me ghumne ki Jagah) (tourist places in jhansi) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
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