Bhagalpur Tourist Places :- भागलपुर, बिहार का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह शहर गंगा नदी के दक्षिणी तट पर बसा है। भागलपुर अपनी रेशम साड़ियों, मधुबनी चित्रकला और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। भागलपुर में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं।
भागलपुर में घूमने लायक पर्यटन स्थल – Places to visit in Bhagalpur, Bihar
भागलपुर एक खूबसूरत शहर है अगर आप भागलपुर घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको भागलपुर में घूमने के लिए कौन कौन से प्रमुख पर्यटन स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप भागलपुर आसानी से घूम सके तो चलिए हम जानते हैं भागलपुर में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए :-
Ghumne ki jagah
विक्रमशिला महाविहार – Vikramshila Mahavihara, Bhagalpur
भागलपुर का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल विक्रमशिला महाविहार है। यह महाविहार 5वीं से 12वीं शताब्दी तक बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र था। यहां पर हजारों बौद्ध भिक्षुओं ने शिक्षा प्राप्त की थी। विक्रमशिला महाविहार के खंडहर आज भी इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व का प्रमाण देते हैं। विक्रमशिला महाविहार के खंडहरों में कई मंदिर, विहार और मठों के अवशेष हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण मंदिर है धर्मराज विहार। इस मंदिर के गर्भगृह में एक विशाल शिवलिंग स्थापित है। विक्रमशिला महाविहार के खंडहरों से बौद्ध धर्म के इतिहास और संस्कृति की जानकारी मिलती है।
मंदार पर्वत – Mandar Mountain, Bhagalpur
मंदार पर्वत भागलपुर के पास स्थित एक प्राचीन पहाड़ है। यह पहाड़ 700 फीट ऊंचा है और इसका प्राकृतिक सौंदर्य अद्भुत है। मंदार पर्वत के आसपास के क्षेत्र में कई मंदिर और अन्य ऐतिहासिक स्थल भी हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मंदार पर्वत पर समुद्र मंथन हुआ था। इस मंथन से अमृत निकला था, जिसे देवताओं और असुरों ने आपस में बांटा था। मंदार पर्वत पर भगवान विष्णु के पैरों के निशान भी हैं।
अजगैबीनाथ मंदिर – Ajgaibinath Temple, Bhagalpur
अजगैबीनाथ मंदिर भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर भागलपुर के पास स्थित है। अजगैबीनाथ मंदिर अपने भव्य नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है। अजगैबीनाथ मंदिर की स्थापना 12वीं शताब्दी में हुई थी। इस मंदिर का निर्माण चंपानगर के राजा अजगैब ने कराया था। मंदिर का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा स्थापित है। अजगैबीनाथ मंदिर की नक्काशी अद्भुत है। मंदिर के बाहरी हिस्से में देवी-देवताओं की कई मूर्तियां और शिलालेख हैं। मंदिर के अंदर भी कई भव्य नक्काशी हैं।
बटेश्वर स्थान – Bateshwar place, Bhagalpur
बटेश्वर स्थान भागलपुर के पास स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है। यहां पर प्राचीन गुफाएं और मंदिर हैं। बटेश्वर स्थान जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। बटेश्वर स्थान की स्थापना 6वीं शताब्दी में हुई थी। इस स्थान का निर्माण जैन धर्म के तीर्थंकर भगवान शांतिनाथ ने कराया था। बटेश्वर स्थान में कई गुफाएं हैं, जिनमें जैन धर्म के तीर्थंकरों की मूर्तियां और शिलालेख हैं।
कर्णगढ़ – Karnagarh, Bhagalpur
कर्णगढ़ भागलपुर शहर के केंद्र में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह किला 17वीं शताब्दी में मुगल सम्राट औरंगजेब ने बनवाया था। कर्णगढ़ एक भव्य किला है, जिसकी दीवारें और बुर्ज काफी मजबूत हैं। कर्णगढ़ का निर्माण मुगल सम्राट औरंगजेब ने 1670 में कराया था। इस किले का निर्माण भागलपुर के नवाब मुहम्मद अली खान के अनुरोध पर किया गया था। कर्णगढ़ का नाम महाभारत के पात्र कर्ण के नाम पर रखा गया है। कहा जाता है कि कर्ण ने इस स्थान पर तपस्या की थी।
कहलगांव तीन पहाड़ – Kahalgaon Three Hills, Bhagalpur
कहलगांव तीन पहाड़ भागलपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित एक प्राकृतिक स्थल है। यह तीन पहाड़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं। पहाड़ों के आसपास का क्षेत्र घना जंगल है, जिसमें कई प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कहलगांव तीन पहाड़ भगवान शिव के गणों का निवास स्थान है। कहा जाता है कि भगवान शिव के गण इन पहाड़ों पर तपस्या करते थे।
शाहकुंड पहाड़ – Shahkund mountain, Bhagalpur
शाहकुंड पहाड़ भागलपुर से लगभग 30 किलोमीटर दूर स्थित एक प्राकृतिक स्थल है। यह पहाड़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पौराणिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शाहकुंड पहाड़ भगवान शिव का निवास स्थान है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने इस पहाड़ पर तपस्या की थी। शाहकुंड पहाड़ एक खूबसूरत प्राकृतिक स्थल है। यह एक ऐसी जगह है, जहां आप प्राकृतिक सुंदरता और पौराणिक महत्व का आनंद एक साथ ले सकते हैं।
जगतपुर झील – Jagatpur Lake, Bhagalpur
जगतपुर झील भागलपुर शहर के पास स्थित एक प्राकृतिक स्थल है। यह झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पक्षी विहार के लिए प्रसिद्ध है। जगतपुर झील भागलपुर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह झील साल भर पर्यटकों और पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करती है। जगतपुर झील एक महत्वपूर्ण पक्षी विहार भी है। यहां कई प्रकार के दुर्लभ और विदेशी पक्षी पाए जाते हैं। सर्दियों के मौसम में यहां बड़ी संख्या में विदेशी पक्षी आते हैं।
महाशय ड्योढ़ी दुर्गा मंदिर – Mahashay Deorhi Durga Temple, Bhagalpur
महाशय ड्योढ़ी दुर्गा मंदिर भागलपुर शहर के केंद्र में स्थित एक ऐतिहासिक मंदिर है। यह मंदिर दुर्गा पूजा के लिए प्रसिद्ध है। महाशय ड्योढ़ी दुर्गा मंदिर की स्थापना 18वीं शताब्दी में हुई थी। इस मंदिर का निर्माण महाशय नाम के एक व्यापारी ने कराया था। मंदिर का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में देवी दुर्गा की एक प्रतिमा स्थापित है। महाशय ड्योढ़ी दुर्गा मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। दुर्गा पूजा के दौरान, इस मंदिर में लाखों भक्त दुर्गा माता के दर्शन करने आते हैं।
चंपानगर विषहरी मंदिर – Champanagar Vishahari Temple, Bhagalpur
चंपानगर विषहरी मंदिर भागलपुर जिले के चंपानगर शहर में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव की पत्नी देवी विषहरी को समर्पित है।चंपानगर विषहरी मंदिर की स्थापना 7वीं शताब्दी में हुई थी। इस मंदिर का निर्माण पाल राजवंश के राजा देवपाल ने कराया था। मंदिर का निर्माण काले पत्थर से किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में देवी विषहरी की एक प्रतिमा स्थापित है। चंपानगर विषहरी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर विषनाशक देवी के रूप में प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से भक्त देवी विषहरी के दर्शन करने आते हैं।
भागलपुर संग्रहालय – Bhagalpur Museum, Bhagalpur
भागलपुर संग्रहालय भागलपुर, बिहार में एक ऐतिहासिक संग्रहालय है। यह संग्रहालय 11 नवंबर, 1976 को स्थापित किया गया था। संग्रहालय में प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक की विभिन्न कलाकृतियां और पुरातात्विक अवशेष प्रदर्शित हैं। भागलपुर संग्रहालय भागलपुर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह संग्रहालय इतिहास, कला और संस्कृति में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक उत्कृष्ट स्थान है।
दास ड्रिफ्टवुड संग्रहालय और पार्क – Das Driftwood Museum & Park
दास ड्रिफ्टवुड संग्रहालय और पार्क भागलपुर, बिहार में एक अनोखा और आकर्षक पर्यटन स्थल है। यह संग्रहालय और पार्क ड्रिफ्टवुड से बनी मूर्तियों और अन्य कलाकृतियों के लिए प्रसिद्ध है। दास ड्रिफ्टवुड संग्रहालय और पार्क की स्थापना 1980 में पी.के. दास ने की थी। दास एक प्रसिद्ध कलाकार थे और उन्होंने ड्रिफ्टवुड से बनी मूर्तियों और अन्य कलाकृतियों को बनाने के लिए प्रसिद्ध थे।
FAQ (भागलपुर घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
भागलपुर कब जाना चाहिए?
भागलपुर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और बारिश कम होती है।
भागलपुर कैसे जाएं?
भागलपुर हवाई, ट्रेन और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
भागलपुर में कहाँ रहें?
भागलपुर में कई होटल और गेस्टहाउस हैं। बजट के अनुसार आप किसी भी होटल या गेस्टहाउस में रह सकते हैं।
भागलपुर में खाने के लिए क्या है?
भागलपुर में कई प्रकार के व्यंजन मिलते हैं। इनमें बिहारी व्यंजन, उत्तर भारतीय व्यंजन और दक्षिण भारतीय व्यंजन शामिल हैं।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को भागलपुर में घूमने की जगह (bhagalpur me ghumne ki Jagah) (tourist places in bhagalpur bihar) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट भागलपुर के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।