Bastar Tourist Places :- छत्तीसगढ़ राज्य का बस्तर जिला अपने प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यहाँ घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं | बस्तर में प्राकृतिक सुंदरता देखने को मिलती है। यहाँ घने जंगल, ऊँची पहाड़ियाँ, सुंदर झरने और शांत नदियाँ हैं। बस्तर में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख वन्यजीवों में बाघ, तेंदुआ, चीता, भालू, हाथी, जंगली भैंस, जंगली सुअर और हिरण शामिल हैं।
बस्तर में घूमने वाली जगह – Places to visit in Bastar, Chhattisgarh
बस्तर छत्तीसगढ़ का एक खुबसुरत शहर है अगर आप बस्तर घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको बस्तर में घूमने के लिए कौन कौन से प्रमुख पर्यटन स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप बस्तर आसानी से घूम सके तो चलिए हम जानते हैं बस्तर में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए:-
Tour Guide
चित्रकोट जलप्रपात, बस्तर – Chitrakote Waterfalls, Bastar
चित्रकोट जलप्रपात भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में इंद्रावती नदी पर स्थित एक सुंदर जलप्रपात है। यह जलप्रपात करीब 95 मीटर की ऊंचाई से गिरता है और इसके चारों ओर घने जंगल हैं। चित्रकोट जलप्रपात अपने घोड़े की नाल के आकार के लिए जाना जाता है। चित्रकोट जलप्रपात बस्तर का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहाँ हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। जलप्रपात के पास कई सुविधाएं उपलब्ध हैं जहाँ आप बोटिंग कर सकते हैं और यहाँ स्नान के साथ पिकनिक भी माना सकते हैं |
तीरथगढ़ जलप्रपात, बस्तर – Tirathgarh Waterfall, Bastar
तीरथगढ़ जलप्रपात करीब 300 मीटर की ऊंचाई से गिरता है और इसके चारों ओर घने जंगल हैं। तीरथगढ़ जलप्रपात अपने सीढ़ीनुमा आकार के लिए जाना जाता है। तीरथगढ़ जलप्रपात भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित एक सुंदर जलप्रपात है। जहाँ आप जलप्रपात के साथ साथ प्रकृति का भी आनन्द उठा सकते हैं |
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान – Kanger Ghati National Park, Bastar
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान 200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और यहाँ कई दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के वन्यजीव पाए जाते हैं। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1982 में हुई थी। इस उद्यान को 1992 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया गया था। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाने वाले वन्यजीवों में बाघ, तेंदुआ, हाथी, गैंडा, चीता, हिरण, भालू, आदि शामिल हैं। इसके अलावा, यहाँ कई प्रकार के पक्षी, सरीसृप, और उभयचर भी पाए जाते हैं।
कोटमसर गुफा, , बस्तर – Kotumsar Cave, Bastar
कोटमसर गुफा करीब 1000 साल पुरानी है और यहाँ कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं। गुफा के पास एक मंदिर भी है, जो देवी दंतेश्वरी को समर्पित है। कोटमसर गुफा में कई प्राकृतिक नक्काशीयां हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाती हैं। गुफा के अंदर कई गुफाएं और रास्ते भी हैं, जिनका पता लगाना रोमांचक होता है। कोटमसर गुफा भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित एक प्राचीन गुफा है।
तमड़ा घूमर जलप्रपात – Tamdaghumar Waterfall, Bastar
छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में जगदलपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित तमड़ा घूमर जलप्रपात एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात इंद्रावती नदी पर स्थित है और इसकी ऊंचाई करीब 100 मीटर है। तमड़ा घूमर जलप्रपात अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। यहाँ आप प्रकृति की सुंदरता का भरपूर आनंद ले सकते हैं। जलप्रपात के चारों ओर घने जंगल हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाते हैं।
चित्रधारा जलप्रपात – Chitradhara Waterfall, Bastar
छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में जगदलपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित चित्रधारा जलप्रपात एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात इंद्रावती नदी पर स्थित है और इसकी ऊंचाई करीब 150 मीटर है। चित्रधारा जलप्रपात अपने घोड़े की नाल के आकार के लिए जाना जाता है। यह जलप्रपात वर्ष भर बहता रहता है, लेकिन वर्षा के मौसम में यह और भी अधिक खूबसूरत लगता है।
बस्तर किला – Bastar Fort
बस्तर किला छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक किला है। किले का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है और यह लगभग 2 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। किले में कई महल, मंदिर, और अन्य इमारतें हैं। बस्तर किले का मुख्य प्रवेश द्वार “चौहदीवारी” है। चौहदीवारी एक विशाल दीवार है जो किले को बाहरी दुनिया से अलग करती है। चौहदीवारी के अंदर कई महल, मंदिर, और अन्य इमारतें हैं।
भोरमदेव मंदिर – Bhoramdeo Temple, Bastar
भोरमदेव मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है। यह मंदिर जगदलपुर शहर से लगभग 18 किलोमीटर दूर चौरागाँव में स्थित है। भोरमदेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। भोरमदेव मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में नागवंशी राजा गोपाल देव ने करवाया था। मंदिर का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है और यह लगभग 100 मीटर लंबा और 50 मीटर चौड़ा है। मंदिर की ऊंचाई लगभग 30 मीटर है। भोरमदेव मंदिर की वास्तुकला बहुत ही सुंदर है। मंदिर की दीवारों पर सुंदर नक्काशी की गई है। मंदिर के अंदर कई मूर्तियाँ और शिल्प हैं। मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव की एक विशाल मूर्ति है।
कैलाश गुफा – Kailash Cave, Bastar
छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित कैलाश गुफा एक प्राचीन गुफा है। यह गुफा करीब 1000 साल पुरानी है और यहाँ कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं। गुफा के पास एक मंदिर भी है, जो देवी दंतेश्वरी को समर्पित है। कैलाश गुफा में कई प्राकृतिक नक्काशीयां हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाती हैं। गुफा के अंदर कई गुफाएं और रास्ते भी हैं, जिनका पता लगाना रोमांचक होता है।
नारायणपाल मंदिर – Narayanpal Temple, Bastar
नारायणपाल मंदिर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर इंद्रवती नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में नागवंशियों द्वारा किया गया था। नारायणपाल मंदिर एक हिंदू मंदिर है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला उड़ीसा शैली की है। मंदिर का गर्भगृह में भगवान विष्णु की एक विशाल प्रतिमा है। मंदिर के बाहरी दीवारों पर कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं।मंदिर परिसर में एक संग्रहालय भी है, जिसमें मंदिर के इतिहास और संस्कृति से संबंधित कई वस्तुएं प्रदर्शित हैं।
दंतेश्वरी मंदिर – Danteshwari Mandir, Bastar
दंतेश्वरी मंदिर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर देवी दंतेश्वरी को समर्पित है, जो बस्तर की कुलदेवी हैं। दंतेश्वरी मंदिर को 52 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है। माना जाता है कि देवी सती की दांत यहां गिरी थीं, इसलिए इस स्थान का नाम दंतेश्वरी पड़ा। मंदिर का गर्भगृह में देवी दंतेश्वरी की एक विशाल प्रतिमा है। मंदिर के बाहरी दीवारों पर कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं।
मेन्डी घूमर – Mendri Ghumar, Bastar
मेन्डी घूमर जलप्रपात भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात इंद्रावती नदी पर स्थित है और इसकी ऊंचाई करीब 125-150 मीटर है। मेन्डी घूमर जलप्रपात अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ आप प्रकृति की सुंदरता का भरपूर आनंद ले सकते हैं। जलप्रपात के चारों ओर घने जंगल हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाते हैं।
बालाजी मंदिर, बस्तर – Balaji Temple, Bastar
बालाजी मंदिर, बस्तर जिले के जगदलपुर शहर में स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर भगवान श्री बालाजी को समर्पित है, जो भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। बालाजी मंदिर का निर्माण 19वीं शताब्दी में किया गया था। मंदिर की वास्तुकला विजयनगर शैली की है। मंदिर का गर्भगृह में भगवान श्री बालाजी की एक विशाल प्रतिमा है। मंदिर के बाहरी दीवारों पर कई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं।
कंगर धारा – Kanger Dhara, Bastar
कंगर धारा, छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है और इसकी ऊंचाई करीब 200 मीटर है। कंगर धारा अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यहाँ आप प्रकृति की सुंदरता का भरपूर आनंद ले सकते हैं। जलप्रपात के चारों ओर घने जंगल हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाते हैं।
मिचनार हिल – Michnar Hill, Bastar
मिचनार हिल, छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक खूबसूरत पहाड़ी है। यह पहाड़ी जगदलपुर से लगभग 38 किलोमीटर दूर स्थित है। मिचनार हिल अपने प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांचकारी ट्रेकिंग के लिए जाना जाता है। मिचनार हिल की ऊंचाई लगभग 2500 फीट है। पहाड़ी की चोटी से आसपास के क्षेत्र का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। पहाड़ी के चारों ओर घने जंगल हैं, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाते हैं।
FAQ (बस्तर घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):-
बस्तर कहाँ है?
बस्तर छत्तीसगढ़ राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित एक जिला है। यह जिला पूर्व में उड़ीसा राज्य, पश्चिम में दंतेवाड़ा जिला, उत्तर में सुकमा और बीजापुर जिले, और दक्षिण में आंध्र प्रदेश राज्य से घिरा हुआ है। बस्तर का क्षेत्रफल 6596.90 वर्ग किलोमीटर है।
बस्तर कब जाना चाहिए?
बस्तर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और आप बस्तर के प्राकृतिक सौंदर्य का पूरा आनंद उठा सकते हैं।
बस्तर की यात्रा के लिए कितना समय चाहिए?
बस्तर एक विशाल क्षेत्र है और यहाँ बहुत सारे पर्यटन स्थल हैं। इसलिए, आप अपनी रुचि और समय के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बना सकते हैं। यदि आप बस्तर के प्रमुख पर्यटन स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 5-7 दिनों की आवश्यकता होगी।
बस्तर में कहाँ ठहरें?
बस्तर में कई होटल, रिसॉर्ट और गेस्टहाउस उपलब्ध हैं। आप अपनी बजट और सुविधा के अनुसार ठहरने का स्थान चुन सकते हैं।
बस्तर में क्या देखें और करें?
बस्तर में घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल हैं, जिनमें शामिल हैं: कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, दंतेवाड़ा, बस्तर का किला, मिचनार हिल, दलोदा जलप्रपात, मांडला, भोरमदेव मंदिर इत्यादि प्रमुख है |
बस्तर घूमने का सबसे अच्छा समय?
बस्तर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का होता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और आप बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता का पूरा आनंद उठा सकते हैं।
बस्तर कैसे पहुँचे?
बस्तर पहुँचने के लिए सबसे अच्छा तरीका हवाई जहाज है। जगदलपुर में एक छोटा सा हवाई अड्डा है, जो देश के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, आप सड़क या रेल मार्ग से भी बस्तर पहुँच सकते हैं।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को बस्तर में घूमने की जगह (bastar me ghumne ki Jagah) (tourist places in bastar) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट बस्तर के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है।