Aurangabad Tourist Places :- औरंगाबाद, महाराष्ट्र का एक ऐतिहासिक शहर है। यह शहर अपनी प्राचीन गुफाओं, मुगल वास्तुकला और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के लिए जाना जाता है।औरंगाबाद को पहले “दौलताबाद” के नाम से जाना जाता था। यह शहर मुगल सम्राट औरंगजेब की राजधानी थी। औरंगाबाद एक खूबसूरत और ऐतिहासिक शहर है जो इतिहास प्रेमियों, वास्तुकला प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन जगह है।
औरंगाबाद में घूमने लायक जगह – Places to visit in Aurangabad
औरंगाबाद एक खूबसूरत शहर है अगर आप औरंगाबाद घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको औरंगाबाद में घूमने के लिए कौन कौन से प्रमुख पर्यटन स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप औरंगाबाद आसानी से घूम सके तो चलिए हम जानते हैं औरंगाबाद में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए :-
Ghumne ki jagah
बीबी का मकबरा – Bibi Ka Makbara Aurangabad
बीबी का मकबरा ताजमहल के समान है। इसे मुगल बादशाह औरंगजेब ने अपनी बेगम रबिया-उद-दौरानी की याद में बनवाया था। मकबरा सफेद संगमरमर से बना है और इसमें एक गुंबद है जो 56 मीटर ऊंचा है। मकबरे के चारों ओर एक खूबसूरत उद्यान है। बीबी का मकबरा औरंगाबाद का एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यह सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। मकबरे में प्रवेश शुल्क ₹50 है।
एलोरा गुफाएं – Ellora Caves Aurangabad
एलोरा गुफाएं विश्व धरोहर स्थल हैं। इन गुफाओं में बौद्ध, हिंदू और जैन धर्मों के मंदिर और मूर्तियां हैं। ये गुफाएं 7वीं से 10वीं शताब्दी तक बनाई गई थीं। एलोरा गुफाएं अपनी कला और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हैं। इन गुफाओं में भगवान बुद्ध, भगवान शिव, भगवान विष्णु और अन्य देवी-देवताओं की अद्भुत मूर्तियां हैं। इन गुफाओं की दीवारों पर बौद्ध धर्म, हिंदू धर्म और जैन धर्म के चित्रों और शिलालेखों का एक संग्रह है। एलोरा गुफाएं औरंगाबाद का एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं। यह सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। एलोरा गुफाओं में प्रवेश शुल्क ₹50 है।
सिद्धार्थ गार्डन और चिड़ियाघर – Siddharth Garden and Zoo Aurangabad
सिद्धार्थ गार्डन और चिड़ियाघर, शहर के मध्य में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यह गार्डन और चिड़ियाघर एक साथ हैं और शहर के कुछ सबसे खूबसूरत दृश्यों की पेशकश करते हैं। गार्डन एक विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें कई तरह के फूल, पेड़ और पौधे हैं। गार्डन में एक संगीतमय फव्वारा भी है जो बच्चों के बीच बहुत लोकप्रिय है। चिड़ियाघर में विभिन्न प्रकार के जानवर हैं, जिनमें शेर, बाघ, हाथी, जिराफ, हिरण, और कई प्रकार के पक्षी शामिल हैं। चिड़ियाघर में बच्चों के लिए एक मनोरंजन पार्क भी है। सिद्धार्थ गार्डन और चिड़ियाघर सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है। गार्डन में प्रवेश शुल्क ₹50 है और चिड़ियाघर में प्रवेश शुल्क ₹20 है।
औरंगाबाद गुफाएं – Aurangabad Caves Aurangabad
औरंगाबाद गुफाएं 12वीं शताब्दी के आसपास यादव राजाओं द्वारा बनाई गई थीं। ये गुफाएँ बौद्ध धर्म के हैं और इनमें भगवान बुद्ध और अन्य बौद्ध संतों की मूर्तियाँ हैं। औरंगाबाद गुफाएं 10 गुफाओं का एक समूह है जो एक पहाड़ी की तलहटी में स्थित हैं। इन गुफाओं में भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं को चित्रित करने वाली भित्ति चित्र और मूर्तियाँ हैं। औरंगाबाद गुफाएं सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहती हैं। गुफाओं में प्रवेश शुल्क ₹30 है।
अजंता गुफाएं – Ajanta Caves Aurangabad
अजंता गुफाएं भारत की सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण बौद्ध गुफाओं में से हैं। ये गुफाएं 200 ईसा पूर्व से 650 ईसा पूर्व के बीच बनाई गई थीं। अजंता गुफाएं 30 गुफाओं का एक समूह है जो एक पहाड़ी की तलहटी में स्थित हैं। इन गुफाओं में भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं को चित्रित करने वाली भित्ति चित्र और मूर्तियाँ हैं। अजंता गुफाएं अपनी कला और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हैं। इन गुफाओं में बौद्ध धर्म के चित्रों और मूर्तियों की अद्भुत कलाकृतियां हैं। इन गुफाओं की दीवारों पर बौद्ध धर्म के चित्रों और शिलालेखों का एक संग्रह है। अजंता गुफाएं औरंगाबाद का एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं। यह सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। अजंता गुफाओं में प्रवेश शुल्क ₹50 है।
छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय – Chhatrapati Shivaji Maharaj Museum
छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय औरंगाबाद शहर के केंद्र में स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यह संग्रहालय मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज को समर्पित है। संग्रहालय में छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन और उपलब्धियों से संबंधित कई प्रदर्शनी हैं। इन प्रदर्शनियों में छत्रपति शिवाजी महाराज के चित्र, मूर्तियाँ, हथियार, और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं शामिल हैं। संग्रहालय में एक पुस्तकालय भी है जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज और मराठा साम्राज्य से संबंधित कई पुस्तकें हैं।छत्रपति शिवाजी महाराज संग्रहालय सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है। संग्रहालय में प्रवेश शुल्क ₹50 है।
श्री भद्र मारुति मंदिर – Shri Bhadra Maruti Temple Aurangabad
श्री भद्र मारुति मंदिर, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के खुलताबाद में स्थित एक हिंदू मंदिर है। मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है।मंदिर 12वीं शताब्दी में यादव राजाओं द्वारा बनाया गया था। मंदिर में भगवान हनुमान की एक विशाल मूर्ति है, जो सोते हुए मुद्रा में है। यह मूर्ति भारत में भगवान हनुमान की तीन ऐसी मूर्तियों में से एक है जो सोते हुए मुद्रा में है। मंदिर का निर्माण बलुआ पत्थर से किया गया है। मंदिर की वास्तुकला सोलहवीं शताब्दी के मंदिरों के समान है। मंदिर की दीवारों पर भगवान हनुमान के जीवन और कारनामों को दर्शाती हुई भित्ति चित्र हैं।
जामा मस्जिद – Jama Masjid Aurangabad
जामा मस्जिद औरंगाबाद शहर के केंद्र में स्थित एक प्रसिद्ध मस्जिद है। यह मस्जिद मुगल सम्राट औरंगजेब द्वारा 1612 ईस्वी में बनाई गई थी। मस्जिद का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है। मस्जिद की वास्तुकला मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मस्जिद का गुंबद बहुत ऊँचा है और यह शहर के चारों ओर से दिखाई देता है। मस्जिद में एक विशाल आंगन है। आंगन के बीच में एक फव्वारा है। मस्जिद में पांच मीनारें हैं, जो मस्जिद की सुंदरता को बढ़ाती हैं।
गोगा बाबा हिल – Goga Baba Hill Aurangabad
गोगा बाबा हिल औरंगाबाद शहर के उत्तर में स्थित एक छोटी सी पहाड़ी है। यह पहाड़ी अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। पहाड़ी के शीर्ष पर एक मंदिर है जो गोगा बाबा को समर्पित है। गोगा बाबा एक लोकप्रिय हिंदू संत थे जिन्हें भगवान शिव का अवतार माना जाता है। पहाड़ी से शहर का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। सूर्यास्त का दृश्य यहां से देखने लायक होता है।
हिमायत बाग – Himayatbagh Biodiversity Heritage site Aurangabad
हिमायत बाग औरंगाबाद शहर के बाहर स्थित एक खूबसूरत उद्यान है। यह उद्यान अपने प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। उद्यान का निर्माण मुगल सम्राट औरंगजेब की पत्नी, हिमायत बेगम द्वारा 17वीं शताब्दी में किया गया था। उद्यान का नाम हिमायत बेगम के नाम पर रखा गया है। उद्यान में कई तरह के पेड़-पौधे और जानवर पाए जाते हैं। उद्यान में 100 से अधिक पेड़ों की प्रजातियाँ, 100 से अधिक पक्षियों की प्रजातियाँ और 30 से अधिक स्तनधारियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
दौलताबाद किला – Daulatabad Fort Aurangabad
दौलताबाद किला औरंगाबाद शहर से 15 किलोमीटर दूर स्थित एक विशाल और ऐतिहासिक किला है। यह किला अपने मजबूत रक्षा प्रणाली, भव्य वास्तुकला और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के लिए जाना जाता है। किला 11वीं शताब्दी में यादव राजाओं द्वारा बनाया गया था। बाद में, यह किला मुगलों, बहमनी सल्तनत और निजामशाही के अधीन आया। किले में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं, जिनमें चांद मीनार, हाथी हौज, और चारमीनार शामिल हैं। चांद मीनार, जो कि दिल्ली के कुतुब मीनार के बाद भारत की दूसरी सबसे ऊंची मीनार है, किले का सबसे प्रसिद्ध आकर्षण है।
रोशन गेट – Roshan Gate Aurangabad
रोशन गेट औरंगाबाद शहर के केंद्र में स्थित एक ऐतिहासिक गेट है। यह गेट मुगल सम्राट औरंगजेब द्वारा 17वीं शताब्दी में बनाया गया था। गेट का निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है। गेट की वास्तुकला मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। गेट पर कई सुंदर नक्काशी और मीनारें हैं।
पंचाकी औरंगाबाद – Panchakki Aurangabad
पंचाकी औरंगाबाद शहर के बाहर स्थित एक प्राचीन पानी की चक्की है। यह चक्की 17वीं शताब्दी में बनाई गई थी और यह अभी भी काम कर रही है। पंचाकी का निर्माण बलुआ पत्थर से किया गया है। चक्की का पानी एक झरने से आता है, जो पहाड़ से नीचे बहता है। चक्की के पहिये पानी के बहाव से घूमते हैं और आटा पीसते हैं।
सोनेरी महल – Soneri Mahal Aurangabad
सोनेरी महल औरंगाबाद शहर के बाहर स्थित एक ऐतिहासिक महल है। यह महल 17वीं शताब्दी में बुंदेलखंड के एक सरदार द्वारा बनाया गया था, जो मुगल सम्राट औरंगजेब के साथ दक्कन क्षेत्र में आए थे। यह 1651 और 1653 ईस्वी के बीच बनाया गया था और सन् 1979 में इसे एक संग्रहालय में बदल दिया गया। महल का निर्माण लाल बलुआ पत्थर और लाखोरी ईंटों से किया गया है। महल की वास्तुकला मुगल और राजपूत वास्तुकला का एक सुंदर मिश्रण है। महल के अंदर कई खूबसूरत कमरे हैं, जिनमें दीवारों पर सुंदर नक्काशी और चित्रकारी है।
FAQ (औरंगाबाद में घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
औरंगाबाद कहाँ है?
औरंगाबाद महाराष्ट्र राज्य में स्थित एक शहर है। यह शहर मुम्बई से लगभग 540 किलोमीटर दूर है। औरंगाबाद भारत के प्रमुख ऐतिहासिक शहरों में से एक है। यह शहर अपनी प्राचीन गुफाओं, मुगल वास्तुकला और खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों के लिए जाना जाता है।
औरंगाबाद में घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?
औरंगाबाद में घूमने का सबसे अच्छा समय शरद ऋतु (अक्टूबर से नवंबर) या बसंत ऋतु (फरवरी से मार्च) है। इस समय मौसम सुहावना और खुशनुमा होता है। ग्रीष्म ऋतु (मई से जून) में तापमान बहुत अधिक हो सकता है, और सर्दियों (दिसंबर से जनवरी) में मौसम ठंडा हो सकता है।
औरंगाबाद में कहाँ रहें?
औरंगाबाद में कई अच्छी होटलें और रिसॉर्ट्स हैं। शहर के केंद्र में कई बजट होटल और गेस्टहाउस हैं। यदि आप एक आरामदायक आवास की तलाश में हैं, तो शहर के बाहर कई स्पा और रिसॉर्ट्स हैं।
औरंगाबाद में खाने के लिए सबसे अच्छी जगहें क्या हैं?
औरंगाबाद में कई स्वादिष्ट व्यंजन हैं। शहर में कई रेस्तरां और ढाबे हैं जो पारंपरिक महाराष्ट्रीयन व्यंजन परोसते हैं। यदि आप कुछ नया आजमाना चाहते हैं, तो आप शहर में कई विदेशी रेस्तरां भी पा सकते हैं।
औरंगाबाद में सबसे अच्छी जगहें क्या हैं?
औरंगाबाद में घूमने के लिए कई बेहतरीन जगहें हैं। कुछ सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में शामिल हैं: अजंता गुफाएं, अजंता गुफाएं, दौलताबाद किला, रोशन गेट, पंचाकी, सोनेरी महल, गोगा बाबा हिल, बीबी का मकबरा इत्यादि प्रमुख पर्यटन स्थल है |
औरंगाबाद में घूमने का खर्चा?
औरंगाबाद एक सस्ता शहर है। यहां घूमने का खर्च आपके बजट और यात्रा की अवधि पर निर्भर करता है। औरंगाबाद में एक सप्ताह की यात्रा के लिए आपका खर्च लगभग 10,000 रुपये से 20,000 रुपये के बीच हो सकता है।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को औरंगाबाद में घूमने की जगह (aurangabad me ghumne ki Jagah) (tourist places in aurangabad) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख के सम्बन्ध में कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आपके द्वारा दिए गए comment का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद |
इसे भी पढ़े :-
- चेन्नई में पर्यटन स्थल
- कर्नाटक में घुमने कि जगह
- द्वारका में पर्यटन स्थल
- कैलाश मानसरोवर की यात्रा
- तिरुपति बालाजी मंदिर की यात्रा
- दिल्ली में घुमने कि जगह
- शिरडी में साईं बाबा के दर्शन की जानकारी
- अमृतसर घूमने की जगह
और भी पर्यटन स्थल के बारे मे जानकारी के लिए आप हमारे होम पेज पे जाकर किसी भी शहर के बारे मे सर्च कर घुमने की जगह के बारे मे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |
नोट: यह ब्लॉग पोस्ट औरंगाबाद के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है |