Kedarnath Tourist Places :- केदारनाथ पवित्र मंदाकिनी नदी के तल से करीब 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। सत युग के राजा केदार के नाम पर, केदारनाथ चार छोटा चार धामों में से एक है जिसमें बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री भी शामिल हैं। हर किसी को अपने जीवनकाल में एक बार इस धरती के सबसे पवित्र स्थानों में से एक के दर्शन अवश्य करने चाहिए |
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केदारनाथ में दर्शनीय स्थल – Places to visit in Kedarnath
तो हैलो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आज हम केदारनाथ में कहाँ कहाँ घूम सकते हैं और क्या घुमने लायक है इसके बारे में जानेंगे | केदारनाथ उत्तराखंड राज्य में रूद्र प्रयाग जिले में स्थित पहाडो के ऊपर स्थित है | केदारनाथ, उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जो पर्यटन के लिए भी एक प्रसिद्ध स्थल है। यहां आने वाले पर्यातक को प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिकता का एक अनोखा अनुभव मिलता है। केदारनाथ के अलावा भी यहां पर्वत श्रृंगी के आस-पास का घूमने की जगाएं हैं केदारनाथ में वैसे तो बहुत सारे पर्यटन स्थल (Tourist places in Kedarnath) है लेकिंग उनमे से प्रमुख पर्यटन स्थल जो लोगो द्वारा बहुत पसंद किया जाता है वैसे पर्यटन स्थल (Places to visit in kedarnath) के बारे में हम इस आर्टिकल में जानकारी देंगे तो चलिए अपने इस आर्टिकल में जानकारी की ओर आगे बढते हैं :-
केदारनाथ मंदिर – Kedarnath Temple, Kedarnath
श्री केदारनाथ जी 12 ज्योति लिंगो में से एक है।और इन्हें केदारेश्वर के नाम से भी जाना जाता है, यह केदार नामक पहाड़ पर स्थित है। केदारनाथ मंदिर का रास्ता खूबसूरत जंगलो से होते हुवे 16 किलोमीटर की चढ़ाई के बाद आप केदारनाथ पहुचते है इस बीच आपको बर्फ से ढके पहाड़ों और प्रकृति के शानदार नजारो के बीच से होते हुए जाना होता है। जहाँ आपको शांत वातावरण के साथ बर्फ से ढकी पहाडो का नजारा मन को मोह लेता है | यहाँ हर इंसान को अपने ज़िन्दगी मे एक बार जरूर करना चाहिेए। Kedarnath Mandir की चढ़ाई गौरीकुंड से शुरू होती है और केदारनाथ मंदिर तक की चढाई 16 किलोमीटर की है।
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चोराबारी ताल (गांधी सरोवर) – Chorabari Tal, Kedarnath
ये एक प्राकृतिक ताल है, जो केदारनाथ मंदिर के पास स्थित है। ये ताल ग्लेशियर के पानी से भरा हुआ है और उसकी सुंदरता और शांति पर्यटक का दिल मोह लेती है। यहां पर्वत श्रृंगी और हिमालय वृक्षों की रोचक तस्वीर देखी जा सकती है। और यहाँ शानदार तस्वीरे खिचवा सकते हैं |
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वासुकी ताल – Vasuki Tal, Famous tourist place in kedarnath
वासुकी ताल केदारनाथ मंदिर से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये ताल बड़े और खूबसूरत है और उसके पास-पास के पर्वत श्रृंगी और हिमालयी दृश्य काफी मनमोहक होता हैं। वासुकी ताल पर ट्रेक का भी अद्भुत प्राकृतिक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।
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सोनप्रयाग – Sonprayag, Tourist places in kedarnath
केदारनाथ मंदिर की यात्रा की शुरुआत सोनप्रयाग से होती है। ये स्थान मंदाकिनी और बासुकी नदियों के संगम पर स्थित है। सोनप्रयाग की सुन्दरता और नदियों के किनारों के विश्राम स्थल पर्यटको के लिए काफी निराला होता है। यहां से पर्यटक केदारनाथ की यात्रा प्रारंभ करते हैं और भगवान शिव के मंदिर कि और जंगलो और वादियों का मजा लेते हुवे जाते हैं |
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त्रियुगीनारायण – Triyuginarayan, Visit places in kedarnath
केदारनाथ से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित त्रियुगीनारायण एक प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल है। यहां पार्वती और भगवान शिव की शादी का स्थल माना जाता है। ये स्थान पर्यतक के लिए धार्मिक महत्व के साथ-साथ प्रकृति सौंदर्य भी प्रदान करता है।
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गौरीकुंड – Gaurikund, Kedarnath tour
गौरीकुंड केदारनाथ मंदिर की यात्रा का प्रारंभिक स्थल है। ये स्थान मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित है। गौरीकुंड की पौराणिक कथाएं और धार्मिक महत्व के कारण यहां पर्यतक आते हैं। गौरीकुंड के पास गर्म पानी के झरने भी हैं, जहां पर्याटक स्नान कर थकान से मुक्त हो सकते हैं।
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देवरिया ताल – Deoria Tal, Kedarnath visit places
देवरिया ताल 2,438 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक प्राचीन झील है। हरे-भरे घास के मैदानों और घने जंगलों से घिरा, यह प्रकृति प्रेमियों के लिए एक सुरम्य वातावरण प्रदान करता है। झील का शांत पानी राजसी चौखम्बा चोटियों को दर्शाता है, जो एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला दृश्य बनाता है। देवरिया ताल के पास कैम्पिंग ट्रेकर्स और साहसिक उत्साही लोगों के बीच एक लोकप्रिय गतिविधि है।
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मध्यमहेश्वर मंदिर – Madmaheshwar Temple
मध्यमहेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक और पवित्र स्थल है। लुभावने केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य के बीच स्थित यह मंदिर अत्यधिक धार्मिक महत्व रखता है। मध्यमहेश्वर की यात्रा चुनौतीपूर्ण लेकिन पुरस्कृत है, क्योंकि यह आपको घने जंगलों, तेज़ नदियों और शांत घास के मैदानों के माध्यम से ले जाती है।
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रुद्रप्रयाग – Rudraprayag, Kedarnath Tourist Places
रुद्रप्रयाग अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों के संगम पर स्थित एक शहर है। यह अपने आध्यात्मिक महत्व और सुरम्य परिवेश के लिए जाना जाता है। शहर नदी के संगम और आसपास के पहाड़ों के शानदार दृश्य पेश करता है। रुद्रप्रयाग प्रसिद्ध कालीमठ मंदिर की यात्रा के लिए शुरुआती बिंदु भी है।
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कालीमठ मंदिर – Kalimath Temple, Kedarnath
कालीमठ मंदिर गुप्तकाशी के पास स्थित देवी काली को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि यह शक्तिपीठों में से एक है, जहां देवी सती के शरीर का एक हिस्सा गिरा हुआ माना जाता है। शांत प्राकृतिक सुंदरता के बीच बसा यह मंदिर आशीर्वाद और आध्यात्मिक शांति चाहने वाले भक्तों को आकर्षित करता है।
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FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले):-
केदारनाथ जाने से पहले किन बातो का ध्यान रखें?
केदारनाथ यात्रा से पहले आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
पूरी यात्रा की तैयारी: केदारनाथ यात्रा आपके लिए एक दिव्य और शारीरिक परिश्रमपूर्ण अनुभव हो सकती है। इसलिए, यात्रा से पहले शारीरिक रूप से तैयार रहें, उचित वस्त्र पहनें, अपवादों का ध्यान रखें और यात्रा के लिए जरूरी सामग्री जैसे ट्रैकिंग उपकरण, गर्म कपड़े, भोजन, पानी, और मेडिकल किट जैसी वस्तुएं साथ लें।
मौसम की जांच: केदारनाथ की यात्रा के लिए मौसम की जांच करें। आपको पहाड़ी इलाकों के मौसम के बारे में जानकारी होनी चाहिए ताकि आप उचित कपड़े पहन सकें और अपेक्षित मौसम संबंधी स्थिति का प्रबंधन कर सकें।
अनुमानित समय और यात्रा लंबाई: केदारनाथ तक पहुंचने के लिए अपेक्षित समय और यात्रा की लंबाई के बारे में अनुमान लगाएं। यह आपकी यात्रा की पूरीकरण की आवश्यकताओं को ध्यान में रखने में मदद करेगा।
केदारनाथ के दर्शन कब खुलते है?
केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड राज्य, भारत में स्थित है और यह मान्यता के अनुसार चार महीनों के लिए ही खुलता है। मंदिर का उद्घाटन वैशाख मास के बदले हुए शुक्ल पक्ष की द्वादशी को होता है और दरवाजे बंद करने की तिथि कार्तिक मास के बदले हुए पूर्णिमा को होती है। सामान्यतः, यह दर्शन मई या जून माह में खुलते हैं और नवम्बर या दिसंबर माह में बंद होते हैं। हालांकि, कृपया ध्यान दें कि यह तिथियां वर्षावधि और स्थानीय परंपराओं के आधार पर बदल सकती हैं, इसलिए आपको यह सुनिश्चित करने के लिए सरकारी या मंदिर प्रशासन के संपर्क में रहना चाहिए कि आपकी यात्रा के समय मंदिर खुला है या नहीं।
केदारनाथ की चढ़ाई कहा से शुरू होती है?
केदारनाथ मंदिर की चढ़ाई उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित गौरीकुंड से शुरू होती है। गौरीकुंड एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जो केदारनाथ के लगभग 16 किलोमीटर ऊपर स्थित है। पहले यात्रियों को रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड यात्रा करनी होती है। इसके बाद वे गौरीकुंड से मंदिर की ओर बढ़ते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए चढ़ाई करनी पड़ती है, जिसमें लगभग 14 किलोमीटर का अधिकांश हिमनद श्रृंग शामिल होता है। चढ़ाई को संपन्न करने के लिए, यात्रीगण ज्योतिर्मठ से शुरू होने वाले पथ का उपयोग करते हैं और विभिन्न तीर्थ स्थलों और आश्रमों को पार करते हुए केदारनाथ पहुंचते हैं। यह यात्रा धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व की रखती है और यहां जगह-जगह पर्यटकों को सुंदर दृश्यों का आनंद भी मिलता है।
केदारनाथ की पूरी यात्रा करने में आपको कितने दिन का समय लगेगा?
केदारनाथ की पूरी यात्रा करने का समय यात्री की शारीरिक स्थिति, यात्रा का तरीका और मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। यह बहुत सारे अंशों पर निर्भर करेगा, जैसे कि आप किस शहर से शुरुआत कर रहे हैं, कितने दिन यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, कौन सा यात्रा तरीका चुना गया है (गाड़ी, हेलीकॉप्टर, पैदल यात्रा आदि), और आपके व्यक्तिगत रुचियां और अवधारणाएं। यदि आप पैदल यात्रा करना चाहते हैं और रुद्रप्रयाग से शुरू करना चाहते हैं, तो यह आमतौर पर लगभग 4-6 दिनों का समय ले सकता है। इसमें गौरीकुंड तक की यात्रा, रात्रि में रुकना, अवसर पर रास्ते में आश्रमों का दौरा करना और अग्निकुंड और केदारनाथ मंदिर की पूजा के लिए समय शामिल होगा। यदि आप हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग करना चाहते हैं, तो यात्रा का समय कम हो सकता है। इसमें कुछ घंटों का समय ही लगेगा, जिसमें से आप केदारनाथ मंदिर तक कुछ मिनट में पहुंच सकते है
हेलीकॉप्टर से केदारनाथ कैसे पहुंचे?
केदारनाथ तक हेलीकॉप्टर से पहुंचने के लिए निम्नलिखित तरीके का उपयोग किया जा सकता है:
हेलीकॉप्टर सेवा आरक्षण: आपको पहले से ही हेलीकॉप्टर सेवा आरक्षण करनी होगी। आप उत्तराखंड भवन विकास निगम (Uttarakhand Tourism Development Board) या अन्य प्रमुख विभागों की वेबसाइटों पर जाकर या केदारनाथ मंदिर के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर हेलीकॉप्टर सेवा आरक्षण कर सकते हैं।
विमानपत्ती पहुंचना: हेलीकॉप्टर सेवा के लिए निर्धारित विमानपत्ती (हेलीपैड) पर पहुंचें। यह विमानपत्ती आपकी आरक्षण पुष्टि पर निर्धारित की जाएगी।
हेलीकॉप्टर सफर: जब आपकी आरक्षण पुष्टि हो जाएगी, तो आपको निर्धारित समय पर विमानपत्ती पर होना होगा। हेलीकॉप्टर यात्रा के दौरान, आपको एक अद्यतनीय वैद्युतिक पट्टी और सुरंग प्रदान की जाएगी ताकि आपकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
केदारनाथ दर्शन: हेलीकॉप्टर यात्रा के बाद, आपको केदारनाथ मंदिर तक चढ़ने के लिए कुछ मिनट में पहुच जायेंगे|
केदारनाथ क्यों प्रसिद्ध है?
केदारनाथ हिन्दू धर्म के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है और इसे महत्वपूर्णता के साथ मान्यता प्राप्त है। यहां कुछ मुख्य कारण दिए जाते हैं जिसके कारण केदारनाथ घुमने कि जगह प्रसिद्ध है:
महादेव का स्थान: केदारनाथ मंदिर में महादेव (भगवान शिव) की प्रतिमा स्थापित है। महादेव हिन्दू धर्म में प्रमुख देवता माने जाते हैं और केदारनाथ मंदिर को शिव के पांच धामों (पञ्च केदार) में से एक माना जाता है। यहां प्राकृतिक और आध्यात्मिक महत्व है जहां भक्त शिव के दर्शन के लिए यात्रा करते हैं।
अपार प्राकृतिक सौंदर्य: केदारनाथ पर्वतीय इलाके में स्थित है और इसका आसपास आपसी संघर्ष के बीच पवित्र और शांतिपूर्ण पर्यावरण है। यहां की विशाल पहाड़ियाँ, उच्च वनस्पति, तपोवन, नदी, झरने और हिमनद नजर आते हैं, जो इसे एक प्राकृतिक आकर्षण बनाते हैं।
पौराणिक कथाएं और इतिहास: केदारनाथ को महाभारत काल से जोड़े जाने वाले कई पौराणिक कथाएं हैं |
केदारनाथ जाने का सबसे अच्छा समय?
केदारनाथ जाने का सबसे अच्छा समय आपकी प्राथमिकताओं और आपकी यात्रा के प्रकार पर निर्भर करेगा। हालांकि, आमतौर पर इसे दर्शन करने के लिए निम्नलिखित समय अवधि को विचार में लिया जाता है:
मार्गशीर्ष (नवंबर-दिसंबर): यह समय आमतौर पर केदारनाथ दर्शन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। मार्गशीर्ष महीने में प्राकृतिक सौंदर्य विशेष रूप से बढ़ता है और यात्रियों की संख्या कम होती है। यह ध्यान और स्प्रितुअलिटी के लिए आदर्श माना जाता है। हालांकि, इस मौसम में ठंडी हो सकती है, इसलिए आपको उचित गर्म और आरामदायक कपड़े पहनने की आवश्यकता होगी।
चैत्र (मार्च-अप्रैल): यह भी एक अच्छा समय है केदारनाथ जाने के लिए। प्राकृतिक सौंदर्य इस मौसम में बहुत खूबसूरत होता है और आपको पवित्र वातावरण में दर्शन का आनंद मिलेगा। यह भी मेहमान यात्रियों की संख्या कम होती है।
केदारनाथ यात्रा में कितना खर्च आता है?
केदारनाथ यात्रा में कितना खर्च आता है? अगर आप 4 दिन और 3 रात के टूर प्लान बना करके केदारनाथ यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको केदारनाथ यात्रा का खर्च लगभग 7000 रूपये तक हो जाएगा। आपका इस यात्रा में केदारनाथ यात्रा का खर्च 7000 रूपयेसे अधिक नहीं होगा।
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को केदारनाथ में घूमने की जगह ( Kedarnath Me Ghumne ki Jagah) (tourist places in kedarnath) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद|
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