Dharamshala Tourist Places :- धर्मशाला भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित एक खूबसूरत शहर है। यह शहर अपने प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और तिब्बती संस्कृति के लिए जाना जाता है। धर्मशाला में घूमने के लिए कई जगहें हैं |
धर्मशाला में घूमने लायक जगह – Places to visit in Dharamshala
धर्मशाला एक खूबसूरत शहर है अगर आप धर्मशाला घूमने के बारे में सोच रहें है या प्लान बना रहें है तो आज का आर्टिकल आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा आज हम आपको धर्मशाला में घूमने के लिए कौन कौन से प्रमुख पर्यटन स्थल है उनके बारे में पुरी जानकारी देंगे ताकि आप धर्मशाला आसानी से घूम सके तो चलिए हम जानते हैं धर्मशाला में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन कौन है और क्या खास है यहाँ घूमने के लिए :-
Ghumne ki jagah
डल झील – Dal Lake, Dharamshala
डल झील धर्मशाला से लगभग 11 किलोमीटर दूर स्थित है। यह झील समुद्र तल से 1775 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और हरे-भरे पहाड़ों से घिरी हुई है। झील में कई प्रकार की मछलियाँ पाई जाती हैं और यहाँ से धर्मशाला का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। डल झील में बोटिंग और मछली पकड़ने जैसी कई गतिविधियाँ की जा सकती हैं। आप झील के किनारे बैठकर प्रकृति का आनंद ले सकते हैं या फिर झील के चारों ओर घूम सकते हैं।
मक्लोडगंज – Mcleodganj, Dharamshala
मक्लोडगंज धर्मशाला से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहाँ का मौसम साल भर सुहावना रहता है। मक्लोडगंज में कई खूबसूरत बगीचे, चर्च और मंदिर हैं। मक्लोडगंज में घूमने के लिए कुछ प्रमुख जगहें हैं- शांति वन, हनुमान मंदिर, दलाई लामा का निवास, त्रिउंड इत्यादि |
रोमन कैथोलिक चर्च – Roman Catholic Church, Dharamshala
रोमन कैथोलिक चर्च धर्मशाला का सबसे पुराना चर्च है। यह चर्च 1875 में बनाया गया था। चर्च की वास्तुकला रोमन शैली में बनाई गई है। चर्च का मुख्य गुंबद 25 मीटर ऊँचा है। चर्च के अंदर कई भव्य चित्र और मूर्तियाँ हैं। रोमन कैथोलिक चर्च धर्मशाला की एक महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर है। यह चर्च हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
तिब्बती संग्रहालय – Tibetan Museum, Dharamshala
तिब्बती संग्रहालय धर्मशाला में स्थित एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थान है। यह संग्रहालय तिब्बती कला, मूर्तिकला, हस्तशिल्प और अन्य ऐतिहासिक वस्तुओं का एक विशाल संग्रह है। संग्रहालय में तिब्बती धर्म, इतिहास और संस्कृति से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध है। तिब्बती संग्रहालय की स्थापना 1975 में हुई थी। संग्रहालय की इमारत एक खूबसूरत बौद्ध मठ की तरह दिखती है। संग्रहालय में दो मुख्य दीर्घाएँ हैं। पहली दीर्घा में तिब्बती कला और मूर्तिकला का संग्रह है। इसमें बौद्ध धर्म के विभिन्न देवताओं और बुद्धों की मूर्तियाँ, तिब्बती कलाकृतियाँ और अन्य हस्तशिल्प शामिल हैं। दूसरी दीर्घा में तिब्बती इतिहास और संस्कृति से संबंधित जानकारी है। इसमें तिब्बती धर्म के इतिहास, तिब्बती संस्कृति और तिब्बत के स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित जानकारी दी गई है।
दलाई लामा मंदिर – Dalai Lama temple, Dharamshala
दलाई लामा मंदिर धर्मशाला में स्थित एक तिब्बती बौद्ध मंदिर है। यह मंदिर दलाई लामा का निवास स्थान भी है। मंदिर का निर्माण 1960 में हुआ था। मंदिर की वास्तुकला तिब्बती शैली में बनाई गई है। मंदिर में एक विशाल हॉल है, जिसमें दलाई लामा के लिए एक सिंहासन है। मंदिर में कई अन्य कमरे भी हैं, जिनमें दलाई लामा के रहने और ध्यान करने के लिए जगहें हैं।
नामग्याल मठ – Namgyal Monastery, Dharamshala
नामग्याल मठ धर्मशाला में स्थित एक विशाल और भव्य तिब्बती बौद्ध मठ है। यह मठ दलाई लामा के निवास स्थान, त्सुगलगखांग से सटा हुआ है। मठ का निर्माण 1959 में हुआ था और यह तिब्बती निर्वासित सरकार का मुख्यालय भी है। नामग्याल मठ तिब्बती संस्कृति और धर्म का एक प्रमुख केंद्र है। यह मठ दुनिया भर से आने वाले तिब्बती भिक्षुओं और साधकों का घर है। मठ में कई मंदिर, पुस्तकालय, कला दीर्घाएँ और अन्य सुविधाएँ हैं।
कांगड़ा कला संग्रहालय – Kangra Art Museum, Dharamshala
कांगड़ा कला संग्रहालय धर्मशाला में स्थित एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थान है। यह संग्रहालय कांगड़ा कला के सबसे बड़े संग्रहों में से एक है। संग्रहालय में कांगड़ा कला के विभिन्न प्रकार के चित्र और मूर्तियाँ हैं। कांगड़ा कला 17वीं और 18वीं शताब्दी की एक भारतीय शैली है। यह शैली अपनी सुंदरता और धार्मिक विषयों के लिए प्रसिद्ध है। कांगड़ा कला के चित्रों में अक्सर हिंदू और बौद्ध देवताओं और देवी-देवताओं को चित्रित किया जाता है।
भागसू नाग झरना – BhagsuNag waterfall, Dharamshala
भागसू नाग झरना धर्मशाला से लगभग 7 किलोमीटर दूर स्थित एक खूबसूरत झरना है। यह झरना 20 मीटर की ऊँचाई से गिरता है और इसका पानी दूधिया सफेद होता है। झरना के पास एक मंदिर भी है, जो भगवान शिव को समर्पित है। भागसू नाग झरना एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यहाँ हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। झरना के पास एक छोटा सा बाजार भी है, जहाँ आप स्थानीय हस्तशिल्प और स्मृति चिन्ह खरीद सकते हैं।
कांगड़ा किला – Kangra Fort, Dharamshala
कांगड़ा किला धर्मशाला से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित एक ऐतिहासिक किला है। यह किला 10वीं शताब्दी में बनाया गया था और इसे कटोच राजवंश ने बनाया था। किला एक विशाल परिसर में फैला हुआ है और इसमें कई मंदिर, भवनों और दीवारें हैं। कांगड़ा किला एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहर है। यह किला भारत की समृद्ध संस्कृति और इतिहास का एक प्रतीक है। किला एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण भी है।
धर्मशाला स्काईवे – Dharamshala Skyway
धर्मशाला स्काईवे एक रोपवे है जो धर्मशाला को मैक्लोडगंज से जोड़ता है। यह रोपवे 1.75 किलोमीटर लंबा है और यह आपको धर्मशाला शहर और हिमालय की चोटियों का मनोरम दृश्य प्रदान करता है। धर्मशाला स्काईवे एक रोमांचक और मनोरंजक अनुभव है। यह रोपवे एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है और यह धर्मशाला की यात्रा के दौरान अवश्य देखना चाहिए।
माता ज्वाला जी मंदिर – Mata Jawala Ji Temple Shaktipeeth, Dharamshala
माता ज्वाला जी मंदिर धर्मशाला से लगभग 55 किलोमीटर दूर स्थित एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ है। यह मंदिर हिंदू देवी ज्वालामुखी को समर्पित है। मंदिर में एक ज्वाला जलती रहती है, जिसे देवी ज्वालामुखी का रूप माना जाता है। माता ज्वाला जी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू भक्तों के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। मंदिर एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण भी है।
नड्डी व्यू पॉइंट – Naddi View Point, Dharamshala
नड्डी व्यू पॉइंट धर्मशाला से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित एक पहाड़ी पर स्थित है। यह पॉइंट आपको धर्मशाला शहर, मैक्लोडगंज, और हिमालय की चोटियों का एक मनोरम दृश्य प्रदान करता है। नड्डी व्यू पॉइंट एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यहाँ हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। पॉइंट के पास एक छोटा सा पार्क भी है, जहाँ आप बैठ सकते हैं और दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।
नेचुंग मठ – Nechung Monastery, Dharamshala
नेचुंग मठ धर्मशाला से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित एक तिब्बती मठ है। यह मठ तिब्बती बौद्ध धर्म के नेचुंग संप्रदाय का मुख्यालय है। मठ में एक भव्य मंदिर है, जिसमें कई मूर्तियां और चित्र हैं। मठ में एक पुस्तकालय भी है, जिसमें कई प्राचीन पांडुलिपियां और ग्रंथ हैं। नेचुंग मठ एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मठ तिब्बती बौद्ध धर्म के नेचुंग संप्रदाय के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। मठ एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण भी है।
कालचक्र मंदिर – Kalachakra temple, Dharamshala
कालचक्र मंदिर धर्मशाला से लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित एक तिब्बती मंदिर है। यह मंदिर तिब्बती बौद्ध धर्म के कालचक्र संप्रदाय का मुख्यालय है। मंदिर में एक भव्य मंदिर है, जिसमें एक विशाल कालचक्र मूर्ति है। मूर्ति 10 मीटर ऊंची और 5 मीटर चौड़ी है। कालचक्र मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर तिब्बती बौद्ध धर्म के कालचक्र संप्रदाय के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है।
तुशीता ध्यान केंद्र – Tushita Meditation Centre, Dharamshala
तुशीता ध्यान केंद्र धर्मशाला से लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित एक ध्यान केंद्र है। यह केंद्र 1975 में तिब्बती बौद्ध धर्म के दलाई लामा द्वारा स्थापित किया गया था। केंद्र में एक भव्य मंदिर है, जिसमें कई मूर्तियां और चित्र हैं। केंद्र में एक पुस्तकालय भी है, जिसमें कई प्राचीन पांडुलिपियां और ग्रंथ हैं। तुशीता ध्यान केंद्र एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह केंद्र ध्यान के लिए एक लोकप्रिय स्थान है।
शिव मंदिर – Shiva Temple, Dharamshala
शिव मंदिर धर्मशाला से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित एक हिंदू मंदिर है। यह मंदिर 16वीं शताब्दी में बनाया गया था। मंदिर में एक भव्य शिवलिंग है, जो लगभग 3 मीटर ऊंचा है। मंदिर के चारों ओर कई अन्य मंदिर और मूर्तियां हैं। शिव मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू भक्तों के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है।
FAQ (धर्मशाला घूमने के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) :-
धर्मशाला कहाँ है?
धर्मशाला भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले में स्थित एक शहर है। यह शहर कांगड़ा नगर से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। धर्मशाला समुद्र तल से 1,457 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
धर्मशाला कब जाना चाहिए?
धर्मशाला घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से अक्टूबर के बीच का होता है। इस समय का मौसम सुहावना रहता है और बारिश की संभावना कम होती है। गर्मियों में धर्मशाला का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जबकि सर्दियों में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।
धर्मशाला से कैसे जाएं?
धर्मशाला भारत के कई प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप धर्मशाला हवाई अड्डे, धर्मशाला रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से धर्मशाला पहुंच सकते हैं।
धर्मशाला घूमने में कितना खर्च आयेगा?
धर्मशाला घूमने का खर्च आपकी यात्रा की अवधि, यात्रा के समय, और आपके रहने, खाने-पीने और अन्य गतिविधियों पर निर्भर करता है। कुल मिलाकर, धर्मशाला घूमने का खर्च प्रति व्यक्ति प्रति दिन लगभग ₹2,000 से ₹3,000 के बीच है।
धर्मशाला में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें कौन सी हैं?
धर्मशाला में घूमने के लिए कई जगहें हैं, जिनमें से कुछ सबसे लोकप्रिय हैं:- दलाई लामा का निवास, मक्खन चौक, पीपल चौक, नड्डी व्यू पॉइंट, नेचुंग मठ, कालचक्र मंदिर, तुशीता ध्यान केंद्र, तुशीता शिव मंदिर इत्यादि प्रमुख है |
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को धर्मशाला में घूमने की जगह (dharamshala me ghumne ki Jagah) (tourist places in dharamshala) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद |
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नोट: यह ब्लॉग पोस्ट धर्मशाला के प्रति मेरी आत्मीय भावनाओं का प्रतिबिंब है और इसका उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है |