Haridwar Tourist Places :- अगर आप हरिद्वार टूर के बारे में प्लान कर रहे हैं तो आज के इस लेख में हम हरिद्वार के बारे में आपको बताएँगे कि हरिद्वार क्यों परसिद्ध है, हरिद्वार में कहाँ कहाँ घूमना चाहिए तो चलिए लेख में आगे बढते है और हरिद्वार के बारे में जानते हैं | हरिद्वार उत्तराखंड राज्य की पहाड़ियों के बीच स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल हैं। हरिद्वार को हिन्दुओं के सात पवित्रतम स्थानो मे से एक माना जाता है। हरिद्वार का अर्थ है- भगवान तक पहुंचने का रास्ता। यही कारण है कि यह शहर अपने धार्मिक महत्व के कारण लोगो में अधिक लोकप्रिय है।
पौराणिक कथाओ के अनुसार भगवान शिव ने इसी स्थान पर अपनी जटा खोलकर गंगा नदी को मुक्त किया था। गौमुख से 253 किलोमीटर तक बहने के बाद गंगा नदी पहली बार हरिद्वार मे गंगा के मैदान मे प्रवेश करती है, इस कारण हरिद्वार को इसके प्राचीन नाम गंगाद्वार था। माना जाता है कि उज्जैन, नासिक और प्रयागराज (इलाहाबाद) के साथ ही हरिद्वार भी उन चार स्थलो मे से एक है, जहाँ आकाशीय पक्षी गरूड़ के घड़े से अमृत की बून्दे छलकी थी। इस कारण हरिद्वार मे प्रत्येक 12 वर्ष पर कुंभ मेले का आयोजन किया जाता हैं। आइये जानते है हरिद्वार मे घूमने और देखने की जगह कौन-कौन सी है और उनके बारे मे क्या खास है।
हरिद्वार के पर्यटन स्थल – Places to visit in Haridwar
हरिद्वार उत्तराखंड राज्य में स्थित जो पहाडो और गंगा नदी के किनारे अवस्थित है | यहाँ पर कई ऐसे धार्मिक और एतेहासिक पर्यटन स्थल के है जिसे देखने काफी अधिक संख्या में लोग देश एवं विदेश से आते हैं | हरिद्वार में वैसे तो बहुत सारे पर्यटन स्थल (Tourist places in Haridwar) है लेकिंग उनमे से प्रमुख पर्यटन स्थल जो लोगो द्वारा बहुत पसंद किया जाता है वैसे पर्यटन स्थल (Places to visit in Haridwar) के बारे में हम इस आर्टिकल में जानकारी देंगे तो चलिए अपने इस आर्टिकल में जानकारी की ओर आगे बढते हैं :-
Ghumne ki jagah
हर की पौड़ी – Har ki Pauri, Haridwar
हर की पौड़ी, जिसे ब्रह्म कुन्ड के नाम से जाना जाता है, का निर्माण राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई, ब्रिथरी की याद मे करवाया था। प्रत्येक बारह वर्षों के बाद, हिन्दुओ का शुभ मेला, कुंभ मेला इस स्थान पर आयोजित किया जाता है। हर की पौड़ी गंगा आरती के लिए भी प्रसिद्ध है। हर की पौड़ी उसी स्थान पर है जहाँ दिव्य अमृत आकाशीय कुम्भ से गिरा था। इस घाट पर स्थित दो प्रसिद्ध मंदिर गंगा मंदिर और हरिचरण मंदिर आकर्षण का केन्द्र है। यहाँ आप संध्या के समय गंगा आरती का आनन्द ले सकते हैं और गंगा कि लहरों के साथ शांत वातावरण में खो जाने का मजा ही कुछ है | यहाँ विभिन्न मंदिरों का भी दर्शन आप ले सकते हैं जो काफी लोकप्रिय है |
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चंडी देवी मंदिर – Chandi Devi Temple, Haridwar
चंडी देवी का मंदिर हिन्दुओ का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर देवी चंडी देवी को समर्पित है। यहाँ लाखो श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है यहाँ माँ काली देवी में आस्था रखने वाले लोग आते है | चंडी देवी मंदिर हिमालय की सबसे दक्षिणी पर्वत श्रृंखला शिवालिक पहाड़ियो के पूर्वी शिखर पर नील पर्वत के ऊपर स्थित है। जहाँ रोप वे और पैदल रास्ते से जाया जाता है जहाँ आपको काफी संख्या में बंदर भी देखने को मिलेंगे | यह मंदिर हरिद्वार के भीतर स्थित पंच तीर्थ मे से एक है। चंडी देवी मंदिर सिद्ध पीठ के रूप मे पूजनीय है। माना जाता है कि यह एक ऐसा स्थल है जहाँ मनोकामनाए पूरी होती है। जिसके कारण देश के कोने कोने से श्रद्धालु अपनी मन्नते और फरियादे लेकर देवी के दरबार मे आते है। यह हरिद्वार में स्थित तीन पीठो मे से एक है, अन्य दो पीठ मनसा देवी मंदिर और माया देवी मंदिर है।
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मंसा देवी मंदिर – Mansa Devi Temple, Haridwar
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार में बहुत प्रसिद्ध मंदिर है। हरिद्वार स्टेशन से 2.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मनसा देवी मंदिर है। शिवालिक पहाड़ियो पर बिल्वा पर्वत के ऊपर स्थित, मनसा देवी मंदिर उत्तर भारत मे सबसे अधिक प्रसिद्ध मंदिरो मे से एक है। मनसा देवी नाग वासुकी की पत्नी थी और मंदिर को देवी मनसा का घर माना जाता है। यहाँ लाखो श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है| ऐसा माना जाता है कि मनसा देवी के दर्शन करने के समय अपने मन में जो भी बाते लोग रखते है वो पुरा हो जाता है इसलिए लोग काफी मात्रा में यहाँ दर्शन करने आते है और अपनी मनोकामना मांगते है | मनसा देवी मंदिर मे आने वाले भक्तो को एक पवित्र धागे को पवित्र पेड़ से बांधना पड़ता है। यह भक्तो की इच्छाओ को पूरा करने के लिए बांधा जाता है। एक बार जब इच्छा पूरी हो जाती है, तो यहां आकर भक्तो को पवित्र धागे को खोलना भी पड़ता है। चूंकि मनसा देवी का मंदिर पर्वत पर स्थित है इसलिए निचले स्टेशन से केबल कार या रोपवे द्वारा मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। यह मंदिर जमीन से 178 मीटर की ऊंचाई पर है।
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राजाजी नेशनल पार्क – Rajaji National Park, Uttrakhand
यह आकर्षित पार्क वनस्पतियो और जीवो की प्रचुरता से समृद्ध है जो प्रकृति प्रेमियो, वन्यजीव उत्साही लोगो के लिए एक शानदार छुटियाँ बिताने का स्थान है। बाघो और हाथियो के लिए प्रसिद्ध राजाजी नेशनल पार्क को हाल ही मे भारत सरकार द्वारा टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया है। यहाँ आप हाथियों के झुंड को जंगल में घूमते हुए देख सकते है या बाघ, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, हिमालयी पीले गले वाले मार्टेन, सांबर, चीतल, भौंकने वाले हिरण, जंगली सूअर, लंगूर, घुरल सहित कई प्रकार के वन्यजीवों को खुले में देखने का आनन्द उठा सकते हैं |
राजाजी नेशनल पार्क मे जीप सफारी या हाथी सफारी का लुत्फ पर्यटक बहुत अधिक उठाते है। लगभग 820 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र मे फैला हुआ यह आकर्षित पार्क अपनी ओर पर्यटको का ध्यान आकर्षित करता है। इसके जंगल मे ट्रेकिंग करने के लिए भी पर्यटक आते है। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए निदेशक कार्यालय, 5/1 अंसारी मार्ग, देहरादून-248001, फोन नं. 0135-621669।
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सुरेश्वरी देवी मंदिर – Sureshwari Devi Temple, Haridwar
सुरेश्वरी देवी हरिद्वार का एक पुराना मंदिर है। यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और रानीपुर में हरिद्वार के बाहरी इलाके में स्थित है। राजाजी राष्ट्रीय उद्यान के शांतिपूर्ण वन क्षेत्र में स्थित है। यहाँ भी लोग माँ सुरेश्वरी देवी के दर्शन के लिए आते है एवं शांतिपूर्ण माहौल का आनन्द भी लेते है यहाँ आप आकार अध्यात्म में खो जायेंगे |
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पिरान कलियार – Piran Kaliyar, Haridwar
रुड़की शहर के बाहरी इलाके में हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद ‘साबिर’ की ‘दरगाह’ हर आगंतुक के लिए एक दर्शनीय स्थल है। यह हरिद्वार के दक्षिण में स्थित है। यह स्थान हिंदू और मुस्लिम धर्मों के बीच एकता के जीवंत उदाहरणों में से एक है। भक्तों की इच्छाओं को पूरा करने वाली अपनी रहस्यमय शक्तियों के लिए प्रसिद्ध, दरगाह में भारत और विदेशों से सभी धर्मों के लाखों भक्त आते हैं। इस दरगाह पर हर साल चांद दिखने के पहले दिन से लेकर इस्लामिक कैलेंडर के रबीउल महीने के सोलहवें दिन तक हर साल उर्स मनाया जाता है।
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FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
हरिद्वार में क्या क्या घूमने के लिए?
हरिद्वार में घूमने के लिए सबसे प्रमुख गंगा घाट एवं वहाँ संध्या के समय होने वाले गंगा जी कि आरती है जिसे देखने के लिए हजारों लोगो कि भीड़ लगती है| इसके साथ साथ हरिद्वार के प्रमुख पर्यटन स्थल भी है जो निम्न है :-
- चंडी देवी मंदिर
- मंसा देवी मंदिर
- राजाजी नेशनल पार्क
- हर कि पौरी
- सिदेश्वरी देवी मंदिर
- पीरन कलियार
- स्वामी विवेका नंद पार्क
हरिद्वार घूमने में कितना खर्चा आएगा?
हरिद्वार घूमने के लिए खर्च आपके अनुसार लगता है ऐसे यहाँ घूमना किफायती है| हरिद्वार घूमने के लिए 5 हजार रूपये में आप आराम से घूम सकते हैं|
हरिद्वार घूमने के लिए कितना दिन चाहिए?
हरिद्वार घूमने के लिए 2-3 दिनों का प्लान आप बना के चले ताकि यहाँ के सभी दर्शनीय स्थल के साथ साथ यहाँ के आस पास के इलाके भी आराम से घूम सके |
हरिद्वार घूमने का सही समय क्या है?
हरिद्वार घूमने के लिए सही समय सितम्बर महीने से लेकर नवंबर महीने का होता है इस समय हरिद्वार का मौसम काफी अच्छा होता है और घूमने का आनन्द मिलता है यहाँ घूमने के लिए अत्यधिक धार्मिक स्थल है|
हरिद्वार कहाँ स्थित है?
हरिद्वार उतराखंड राज्य में स्थित है |
हरिद्वार कैसे पहुंचा जाये?
- हवाईजहाज से :- जॉली ग्रांट देहरादून हवाई अड्डा 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरिद्वार का निकटतम हवाई अड्डा है। जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं। जॉली ग्रांट हवाई अड्डा दैनिक उड़ानों के साथ दिल्ली से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और मोटर योग्य सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
- ट्रेन से:- निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन। हरिद्वार रेलवे नेटवर्क द्वारा भारत के प्रमुख स्थलों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- सड़क द्वारा:- जिला मुख्यालय से 15 किमी
चंडी देवी मंदिर कैसे पहुंचा जाये?
- हवाईजहाज से:- जॉली ग्रांट देहरादून हवाई अड्डा 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरिद्वार का निकटतम हवाई अड्डा है। जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं। जॉली ग्रांट हवाई अड्डा दैनिक उड़ानों के साथ दिल्ली से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और मोटर योग्य सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
- ट्रेन से:- निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन। हरिद्वार रेलवे नेटवर्क द्वारा भारत के प्रमुख स्थलों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- सड़क द्वारा:- जिला मुख्यालय से 15 किमी
मनसा देवी मंदिर कैसे पहुंचा जाये?
- हवाईजहाज से:- जॉली ग्रांट देहरादून हवाई अड्डा 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरिद्वार का निकटतम हवाई अड्डा है। जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं। जॉली ग्रांट हवाई अड्डा दैनिक उड़ानों के साथ दिल्ली से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और मोटर योग्य सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
- ट्रेन से:- निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन। हरिद्वार रेलवे नेटवर्क द्वारा भारत के प्रमुख स्थलों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
- सड़क द्वारा:- जिला मुख्यालय से 15 किमी
राजाजी राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहुंचा जाये?
- हवाईजहाज से:- जॉली ग्रांट देहरादून हवाई अड्डा 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हरिद्वार का निकटतम हवाई अड्डा है। जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं। जॉली ग्रांट हवाई अड्डा दैनिक उड़ानों के साथ दिल्ली से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और मोटर योग्य सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
- ट्रेन से:- निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन। हरिद्वार रेलवे नेटवर्क द्वारा भारत के प्रमुख स्थलों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। शताब्दी एक्सप्रेस और मसूरी एक्सप्रेस हरिद्वार को भारत के प्रमुख शहरों से जोड़ने वाली दो प्रमुख ट्रेनें हैं और अमृतसर, हावड़ा, बॉम्बे, दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी आदि जैसे सभी महत्वपूर्ण शहरों के साथ उत्कृष्ट रेल नेटवर्क है।
- सड़क द्वारा:- जिला मुख्यालय से 8 किमी दुरी
निष्कर्ष (Discloser):
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को हरिद्वार में घूमने की जगह (Haridwar Me Ghumne ki Jagah) (tourist places in Haridwar) से सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी है और यह जानकारी अगर आपको पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले। आपके इस बहुमूल्य समय के लिए धन्यवाद|
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